माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) सत्या नडेला को पद्मभूषण सम्मान उनके ऑफिस में जाकर दिया गया है। सेन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूत डॉ. टीवी नागेंद्र प्रसाद ने पिछले हफ्ते नडेला को यह सम्मान औपचारिक रूप से उनको प्रदान किया। इस मौके पर सत्या नडेला ने कहा कि भारत का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण मिलना उनके लिए सम्मान की बात है और वह पूरे भारत के लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं जिससे वे और उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकें।
पद्म भूषण मिलना गौरव की बात
55 वर्षीय नडेला की अगले वर्ष जनवरी में भारत आने की योजना है। पद्म भूषण मिलने पर नडेला ने कहा, ‘‘पद्म भूषण मिलना और इतने असाधारण लोगों के साथ पहचाना जाना गौरव की बात है। मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और भारत की जनता का आभारी हूं। मैं पूरे भारत के लोगों के साथ काम जारी रखने के लिए आशान्वित हूं ताकि उन्हें प्रौद्योगिकी का उपयोग करने में मदद कर सकूं जिससे वे और उपलब्धियां हासिल करें।’’
नडेला और डॉ. प्रसाद के बीच भारत में समावेशी वृद्धि को बढ़ावा देने में डिजिटल प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका के बारे में चर्चा हुई। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, चर्चा भारत के विकास पथ और वैश्विक राजनीतिक और प्रौद्योगिकी नेता बनने की देश की क्षमता पर केंद्रित थी।
अगला दशक डिजिटल प्रौद्योगिकी का होगा- सत्या नडेला
इस मुलाकात के बाद नडेला ने कहा, ‘‘अगला दशक डिजिटल प्रौद्योगिकी का होगा। हर आकार के भारतीय उद्योग और संगठन प्रौद्योगिकी की ओर बढ़ रहे हैं जिससे नवोन्मेष, जुझारूपन और दक्षता को बढ़ावा मिलेगा। हम ऐतिहासिक आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी परिवर्तन के दौर में जी रहे हैं।’’ हैदराबाद में जन्मे नडेला फरवरी 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने थे और जून 2021 में उन्हें कंपनी का चेयरमैन भी बनाया गया।
“अगले दशक को डिजिटल तकनीक द्वारा परिभाषित किया जाएगा। भारतीय उद्योग और हर आकार के संगठन कम लागत में अधिक करने में मदद करने के लिए प्रौद्योगिकी की ओर रुख कर रहे हैं, जो अंततः अधिक नवाचार, चपलता और लचीलापन की ओर ले जाएगा, ”श्री नडेला ने कहा।