इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
5G Network In America: अमेरिका में आज से 5G सेवा शुरू होने जा रही है। इस कारण हजारों उड़ानों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। Air India पर इसका प्रभाव कुछ इस प्रकार पड़ा है कि Air India ने दुबई से अमेरिका के विभिन्न आने वाली सारी उड़ानों को स्थगित करने का फैसला किया है। उड़ानों को बंद करने का कारण यह है कि अमेरिकी एयरपोर्ट के आस-पास 5G नेटवर्क डिप्लॉयमेंट की वजह से दुनियाभर के लाखों यात्री प्रभावित हो सकते हैं। अमेरिका के 40 बड़े एयरपोर्ट से दुनियाभर में 15 हजार से ज्यादा यात्री और कार्गो शिप का संचालन होता है।
Air India ने किया ट्वीट (5G Network In America)
#FlyAI: Due to deployment of 5G communications in USA, our operations to USA from India stand curtailed/revised with change in aircraft type from 19th January 2022.
Update in this regard will be informed shortly.
— Air India (@airindiain) January 18, 2022
Aviation service देने वाली Air India ने ट्वीट कर यह जानकारी प्रदान की है । कंपनी ने ट्वीट में कहा 19 जनवरी को दिल्ली से Washington जाने वाली उड़ान AI103 अपने निर्धारित समय से रवाना होगी अन्य उड़ानें के लिए होने वाली अपडेट को चेक कर सकते है।
5G को कहा जा रहा है ‘आफत’?
अमेरिकी की गवर्नमेंट के 5G डिप्लॉयमेंट प्लान पर US Federation Aviation Administration के द्वारा भी सवाल उठाये जा चुके है। सरकार से कहा कि 5G टेक्नोलॉजी की वजह से aircraft में इस्तेमाल होने वाला Altimeter प्रभावित हो सकता है। altimeter विमान में इस्तेमाल होने वाला वह instrument हैं, जो यह मापता है कि जमीन से कितनी ऊंचाई पर फ्लाइट उड़ रही है।
अमेरिकी सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों AT&T और Verizon के लिए C स्पेक्ट्रम बैंड को अलॉट किया है, जो 3.7 से 3.98 GHz स्पेक्ट्रम पर काम करता है। यह विमान में इस्तेमाल होने वाले अल्टीमीटर की स्पेक्ट्रम रेंज के काफी करीब है। यही नहीं, विमान के altitude मापने के अलावा अल्टीमीटकर का इस्तेमाल ऑटोमैटेड लैंडिंग के लिए भी किया जाता है।
airlines की फ्रीक्वेंसी में बाधा की आशंका
आपको यह बता दें कि अमेरिका की तमाम बड़ी एयरलाइन्स ने Biden administration से इस मामले को कुछ समय के लिए टालने का अनुरोध किया था। कंपनियों के द्वारा चेतावनी भी दी गयी कि इसके परिणाम harmful हो सकते हैं। दरअसल, 5G तकनीक से एयरलाइन्स की फ्रीक्वेंसी में बाधा आने की आशंका है। करीब 10 एयरलाइन्स कंपनियों ने सरकार को एक पत्र लिखा। पत्र के अनुसार एयरलाइन्स और टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री के बीच बातचीत चल रही है। इस बातचीत के बाद ही 5G तकनीक को कुछ समय के लिए टाल देने की बात की गयी थी।
Also Read : Share Market Update एशियाई बाजारों के साथ भारतीय शेयर बाजार में भी दबाव, सेंसेक्स आज भी 350 अंक टूटा