5G Spectrum Auction
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। अब वो दिन दूर नहीं, जब प्रत्येक भारतीयों के हाथों में 5G सेवा देखने को न मिले। इसके शुरू होते ही हर भारतीय इंटरनेट की दुनिया में पहले और तेज चीजों व विषयों के बारे पता लगा सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की मंजूरी प्रदान कर दी है। 5जी सेवा 4जी की तुलना में 10 गुना अधिक तेज है। दरअसल, देश की टेलीकॉम कंपनियां लंबे समय से 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की मांग कर रही थीं।
8 जुलाई से आवेदन की शुरुआत
कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही टेलीकॉम विभाग 8 जुलाई से 5जी स्पेक्ट्रम का आवेदन शुरू करने जा रहा है। 26 जुलाई से नीलामी की शुरुआत हो जाएगी। केंद्र सरकार 20 वर्षों की अवधि के लिए 72 गीगाहर्ट्ज से अधिक के 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी करेगी। इसमें 600, 700, 800, 900, 1,800, 2,100 और 2,300 मेगाहर्ट्ज बैंड का लो रेंज, 3300 मेगाहर्ट्ज बैंड का मध्यम रेंज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड का हाई रेंज वाला स्पेक्ट्रम की नीलामी शामिल है। वहीं, सरकार ने स्पेक्ट्रम की नीलामी की कुल कीमत 5 लाख करोड़ रुपए रखी है।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कही यह बात
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय दूरसंचार के लिए एक नए युग की शुरुआत। सरकार का कहना है कि वह समय दूर नहीं जब भारत 5G तकनीक और आने वाली 6G तकनीक के क्षेत्र में एक अग्रणी देश के रूप में उभरने वाला है।
अक्टूबर में हो सकती है शुरू
दूरसंचार विभाग (DoT) स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद 15 अगस्त से देश में 5जी सेवा ट्रायल की शुरुआत कर सकता है। इसके पूरा होते है, भारत में अक्टूबर 2022 से 5जी सेवा लॉन्च की जा सकती है। इसमें राहत देने वाली बात यह है कि टेलीकॉम कंपनियों से 5जी SUC (Spectrum Usage Charges) नहीं लिया जायेगा।
क्या है 5G सेवा
यह इंटरनेट नेटवर्क की पांचवा जेनरेशन है,जिसको 5G कहा गया है। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों (Waves) के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस उप्लब्ध कराती है। इसकी खासियत यह है कि 4G की अपेक्षा बेहद कम एरिया कवरेज में ज्यादा से ज्यादा लोगों को हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस प्रदान करती है।
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