Interesting Budget Facts
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट आने में कुछ ही घंटों का समय रह गया है। 1 फरवरी दिन मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी। इसे आम बजट भी कहते हैं। यह बजट हर साल 1 फरवरी को पेश किया जाता है। आज हम आपको बता रहे हैं बजट से संबंधित कुछ रोचक जानकारियां और फैक्ट्स जिनसे आप अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं
- क्या आपको मालूम है कि पहले बजट फरवरी महीने के आखिरी वर्किंग डे को पेश किया जाता था लेकिन साल 2015 से यूनियन बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है।
- भारत में पहली बार बजट 7 अप्रैल, 1860 को पेश किया गया था। यह ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री एवं नेता जेम्स विल्सन ने ब्रिटिश साम्राज्ञी के समक्ष रखा था।
- आजादी के बाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर,1947 को पेश किया गया था। तत्कालीन वित्त मंत्री आर के षण्मुखम चेट्टी ने यह बजट पेश किया था।
- वर्ष 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी में ही पेश किया जाता था लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों में ही पेश करना शुरू कर दिया था।
- वर्ष 1999 तक बजट भाषण फरवरी के अंतिम कार्यदिवस को शाम 5 बजे पेश किया जाता था। लेकिन यशवंत सिन्हा ने 1999 में इसे बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया था।
- अरुण जेटली ने 2017 में बजट भाषण एक फरवरी को पेश किया। उसके बाद से बजट एक फरवरी को ही सुबह 11 बजे पेश किया जाता है।
- वर्ष 2017 तक रेल बजट एवं आम बजट अलग-अलग पेश किए जाते थे। लेकिन 2017 में रेल बजट को आम बजट में ही समाहित कर दिया गया और अब सिर्फ एक बजट ही पेश किया जाता है।
- डाक्टर मनमोहन सिंह के 1991 में दिए गए बजट भाषण में कुल 18,650 शब्द थे। उसके बाद दूसरा स्थान अरुण जेटली का है जिनके 2018 के बजट भाषण में 18,604 शब्द थे।
- वित्त मंत्री हीरुभाई मुलजीभाई पटेल ने 1977 में सिर्फ 800 शब्दों वाला बजट भाषण दिया था। यह अब तक का सबसे छोटा बजट भाषण हैं।
- सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड निर्मला सीतारमण के ही नाम पर है। उन्होंने वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए 2 घंटे 42 मिनट लंबा भाषण दिया था। इससे पहले 2019 में ही 2 घंटे एवं 17 मिनट का रिकार्ड भी सीतारमण के पास था।
- सीतारमण 2019 में बजट पेश करते समय ऐसा करने वालीं दूसरी महिला बनीं। उनके पहले इंदिरा गांधी ने 1970 में वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश किया था।
- सबसे ज्यादा बजट भाषण का रिकॉर्ड पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम पर है। उन्होंने 1962-69 के बीच वित्त मंत्री रहते हुए सर्वाधिक 10 बार बजट पेश किया। इसके बाद पी चिदंबरम (नौ), प्रणव मुखर्जी (आठ), यशवंत सिन्हा (आठ) और मनमोहन सिंह (छह) आते हैं।
- कोविड-19 महामारी आने के बाद वर्ष 2021-22 का बजट कागज-रहित पेश किया गया।
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