इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
पेटीएम लिमिटेड (Paytm) ने अपने तीसरी तिमाही के रिजल्ट घोषित किए हैं। पेटीएम का 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त तीसरी तिमाही में शुद्ध घाटा बढ़कर 778 करोड़ रुपए हो गया है। इससे पहले सितंबर तिमाही में कंपनी को 482 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था और एक साल पहले की इसी अवधि में 532 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। हालांकि कंपनी का रेवेन्यू, समीक्षाधीन तिमाही के लिए 89 फीसदी बढ़ा है और यह 1,456 करोड़ रुपये हो गया है जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में रेवेन्यू 772 करोड़ रुपए था।
रेवेन्यू ग्रोथ में सबसे बड़ी वजह MDR वाले इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए होने वाले मर्चेंट पेमेंट्स, नए डिवाइस सब्सक्रिप्शंस और लोन डिस्बर्समेंट रही है। फिनटेक प्रमुख पेटीएम ने बताया कि उसके पास नेट कैश, कैश इक्विवैलेंट और 10,215 करोड़ रुपए का इनवेस्टेबल बैलेंस है।
आनलाइन और आफलाइन मर्चेंट बेस में इजाफा, यूजर्स में वृद्धि और त्योहारी सीजन के कारण तीसरी तिमाही के दौरान सकल व्यापारिक मूल्य (GMV) सालाना आधार पर 123 फीसदी बढ़कर 2.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है। GMV से किसी फिनटेक कंपनी के बिजनेस का अंदाजा लगाया जाता है। GMV के मायने हैं कि उस दौरान Paytm के प्लेटफॉर्म पर मर्चेंट्स ने कितना ट्रांजैक्शन किया है।
Paytm शेयर में आया उछाल
Paytm के तीसरी तिमाही में रिजल्ट आने से पहले ही इसके शेयर में थोड़ा उछाल भी आया है। जनवरी के अंतिम दिनों में पेटीएम का शेयर सबसे निचले लेवल 915 रुपये पर था। लेकिन इस समय यह स्टॉक 950 रुपये के आसपास है। बता दें कि पेटीएम के शेयरों में लिस्टिंग के दिन से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अब तक इसके शेयर 50 प्रतिशत से ज्यादा तक टूट चुके हैं।
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