Hijab Controversy
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कर्नाटक में उपजे मुस्लिम छात्राओं के लिए हिजाब मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में जारी है। लेकिन अब इस मामले की गूंज फ्रांस में भी सुनाई दी है। कर्नाटक के एक शिक्षण संस्थान ने सभी छात्रों के लिए यूनिफार्म अनिवार्य की है। इसका मुस्लिम छात्राओं ने विरोध किया है। वहीं अब फ्रांस की Gender Equality Minister ने हिजाब पहनने की मांग करने वाली मुस्लिम महिला और फुटबॉलर महिला खिलाड़ियों का समर्थन किया है।
बता दें फ्रांस के फुटबॉल फेडरेशन के नियम के मुताबिक मैचों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को मुस्लिम हिजाब या यहूदी किप्पा जैसे धार्मिक प्रतीकों को पहनने पर रोक है। इस नियम की वजह से मुस्लिम महिला फुटबॉलर को हिजाब पहन कर खेलने की इज़ाज़त नहीं है । लेकिन वे लगातार इस मांग को उठा रही है कि उन्हें हिजाब पहनकर खेलने की इज़ाज़त दी जाए। वहीं इस मामले पर फ्रांस की मंत्री एलिजाबेथ मोरेनो ने भी लड़कियों की इस मांग का समर्थन किया है और कहा है कि कानून में कहीं नहीं लिखा कि लड़कियां हिजाब पहनकर फुटबॉल नहीं खेल सकतीं।
भारत में ऐसे फैला Hijab Controversy
कर्नाटक के उडुपी जिले (Udupi District) से हिजाब पहनने को लेकर विवाद उपजा है। दरअसल हिजाब पहनने की वजह से कुछ छात्राओं को कक्षा में प्रवेश नहीं दिया गया था। कॉलेज का इसमें तर्क था कि यहां पर एक यूनिफॉर्म लागू है तो अलग ड्रेस पहनकर आने वाले लोगों को कॉलेज में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन लड़कियों ने कॉलेज के इस रवैये के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। उनका तर्क है कि इस तरह से हिजाब न पहनने देना मौलिक अधिकारों का हनन है और आर्टिकल 14 और 25 का उल्लंघन है।
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