Cryptocurrency
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बजट में घोषणा की गई है कि डिजिटल करेंसी क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स लगेगा। इसके अलावा वर्चुअली डिजिटली एसेट्स को ट्रांसफर करने पर 1% TDS भी देना होगा। इसके बाद निवेशकों के मन में कइ्र तरह के सवाल हैं लेकिन Cryptocurrency को लेकर रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपना रुख एक बार फिर साफ किया है।
मौद्रिक पॉलिसी समीक्षा के दौरान गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी भारत की आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा है। निजी क्रिप्टोकरेंसी व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए खतरा हैं और दोनों मोर्चों पर चुनौतियों से निपटने की इसकी क्षमता को कमजोर करते हैं। रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया को इस भारी उतार-चढ़ाव वाली करेंसी को लेकर बड़ी चिंता हैं।
ऐसी संपत्तियों का कोई आधार नहीं
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ऐसी संपत्तियों का कोई आधार नहीं है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि आगे भी किप्टोकरेंसी पर भारत सरकार और आरबीआई का रुख सख्त रहने वाला है।
आरबीआई लाएगा Digital Currency
आरबीआई द्वारा पेश किए जाने वाले डिजिटल करेंसी पर पूछे गए सवाल के जवाब में शक्तिकांत दास ने कहा कि हम करीब डेढ़ साल से सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी पर काम कर रहे हैं। बजट 2022 में प्रस्ताव है कि Digital Currency के लिए RBI Act में बदलाव किया जाएगा। हालांकि, ये कब तक लॉन्च होगा, इसके जवाब में RBI Governor ने कहा कि हम कोई टाइमलाइन नहीं देना चाहते हैं। हम जल्दाबाजी में नहीं हैं, इसे पूरी तरह से सुरक्षित और सावधानी से लॉन्च करेंगे।
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