Palm Oil Price
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
खाद्य तेलों की कीमतों को कम करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए सरकार ने एक बार फिर से पाम तेल के शुल्क को कम किया है। इससे पहले कच्चे पाम तेल पर आयात शुल्क 8.25 प्रतिशत लगता था। शनिवार को कच्चे पाम तेल का शुल्क घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया गया।
फिलहाल ग्लोबल लेवल पर पाम तेल की कीमतों में उछाल से घरेलू बाजार में भी कीमतें ऊपरी स्तर पर हैं, जिसे कम करने के लिए सीमा शुल्क को घटाया गया है। इससे पहले भी सरकार खाद्य वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए आयात शुल्क में कटौती कर चुकी है।
कीमतों में प्रति क्विंटल 280 रुपए की कमी संभव
वहीं अब शनिवार को जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि कच्चे पाम तेल पर अब 5 प्रतिशत का कृषि अवसंरचना विकास उपकर लगेगा, जो अबतक 7.5 प्रतिशत था। इसके बाद कच्चे पाम तेल पर प्रभावी सीमा शुल्क 8.25 प्रतिशत की जगह 5.5 प्रतिशत रह जाएगा।
खाद्य तेल से जुड़े व्यापारियों ने बताया कि इस कटौती से कीमतों में प्रति क्विंटल 280 रुपये की कमी आ सकती है। सरकार ने इससे पहले अक्टूबर 2021 में भी खाद्य तेल के आयात शुल्क में कटौती की थी। इंडोनेशिया और मलेशिया भारत को आरबीडी पामोलिन और कच्चे पाम तेल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं। भारत अपनी 60 प्रतिशत से अधिक खाद्य तेल जरूरतों को आयात के माध्यम से पूरा करता है।
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