Free Trade Agreement
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने शुक्रवार को पूर्ण मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पूरा कर लिया है। इस समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister Piyush Goyal) ने कहा कि इस द्विपक्षीय व्यापार को अगले 5 साल में 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने और लाखों की संख्या में रोजगार सृजित करने में मदद मिलेगी। पीयूष गोयल ने कहा कि व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CPA) मई में प्रभावी हो सकता है और पहले दिन से ही भारतीय हित से जुड़े करीब 90 प्रतिशत उत्पादों के लिये यूएई को निर्यात का रास्ता खुल जाएगा।
बता दें कि वित्त वर्ष 2020-21 में दोनों देशों ने 43.3 अरब डालर (3.24 लाख करोड़ रुपए) का व्यापार किया है। यह व्यापारिक समझौता इसलिए भी काफी अहम है क्योंकि यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है।उल्लेखनीय है कि भारत और यूएई ने व्यापार समझौते के लिये औपचारिक बातचीत पिछले साल सितंबर में शुरू की थी। कुल 881 पृष्ठ के समझौते को रिकार्ड 88 दिनों में ही पूरा कर लिया गया।
पीयूष गोयल ने बताया कि सीपा के तहत रूल्स आफ ओरिजिन का पूरा ख्याल रखा गया है ताकि उसका गलत उपयोग नहीं हो सके। इस व्यापार समझौते से हम एक दूसरे के पूरक बन रहे हैं। मई के पहले सप्ताह में दोनों देशों के बीच कई व्यापारिक सीरीज पर बातचीत होनी है और उस दौरान इसे लागू किया जा सकता है।
शिखर वार्ता के दौरान हुए व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबु धाबी के शहजादा शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की आॅनलाइन शिखर वार्ता के दौरान व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। समझौते पर भारत की तरफ से गोयल और यूएई के अर्थव्यवस्था मामलों के मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मर्री ने हस्ताक्षर किये। इस दौरान दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर रूपरेखा भी जारी की है।
इन सेक्टर्स के निर्यात में आएगी तेजी
बताया गया है कि इस समझौते से जेम्स व ज्वैलरी, टेक्सटाइल, लेदर, फुटवियर, स्पोर्ट्स गुड्स, प्लास्टिक, फर्नीचर, कृषि उत्पाद फार्मा, मेडिकल उपकरण आटोमोबाइल्स व इंजीनियरिंग गुड्स, फल-सब्जी, चाय, काफी जैसे कृषि उत्पादों के निर्यात में भी भारी बढ़ोतरी होगी, क्योंकि इन सभी का निर्यात अब यूएई को लगभग शून्य शुल्क पर होगा। ये सभी रोजगारपरक सेक्टर हैं और इनका निर्यात बढ़ने से भारत में रोजगार के नए अवसर निकलेंगे। मुक्त व्यापार समझौते से भारत और संयुक्त अरब अमीरात की कंपनियों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे। इसमें बेहतर बाजार पहुंच और कम शुल्क दरें शामिल हैं।
दव उद्योग को पहली बार मिलेगा लाभ
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि एक नया उल्लेखनीय समझौता है जिसका लाभ दवा उद्योग को पहली बार मिला है। यह यूएई में हमारे उत्पादों के लिए दरवाजे खोलेगा। व्यापार केंद्र की वजह से यूएई पश्चिम एशिया के अन्य देशों और पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के के लिये द्वार है।
इस समझौते से कपड़ा, हथकरधा, रत्न और आभूषण, चमड़ा और जूता-चप्पल जैसे श्रम गहन क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों के अवसर बनेंगे। दवा क्षेत्र के बारे में गोयल ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात ने सहमति व्यक्त की है कि यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, कनाडा या आस्ट्रेलिया द्वारा अनुमोदित भारत में बने चिकित्सा उत्पादों को आवेदन जमा करने के 90 दिनों के भीतर बाजार पहुंच और नियामकीय मंजूरी प्राप्त होगी।
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