Crude oil boils
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रूस और यूक्रेन के बीच 10 दिन से जारी युद्ध के कारण कच्चे तेल में उबाल आता जा रहा है। आज 5 मार्च को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव बहुत तेजी से उछला और ये 118 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जबकि एक दिन पहले कच्चे तेल के दाम 111.5 डॉलर प्रति बैरल थे। यानि एक दिन में ही कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 7 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक आज WTI Crude की कीमतें 7.44 फीसदी की बढ़त के साथ 115.7 डॉलर पर पहुंच गई है, जबकि 4 मार्च को इसकी कीमतें 109.3 डॉलर थीं। वहीं दूसरी ओर, Brent Crude की कीमतों में भी बड़ा उछाल देखने को मिला है। Brent Crude की कीमतें भी 6.93 फीसदी की बढ़त के साथ 118.1 डॉलर पर आ गई हैं, जबकि 4 मार्च को इसके भाव 111.5 डॉलर पर आ गए थे।
हालांकि देश की जनता के लिए ये राहत की बात है कि कच्चे तेल के भाव के कारण घरेलू बाजार में तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। भारत में पिछले 120 दिनों से तेल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। यदि 120 दिन पहले कच्चे तेल के भाव पर नजर डालें तो 120 दिन पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 80 डालर प्रति बैरल था।
इसके बाद से ये बढ़ता बढ़ता 118 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया है, बावजूद इसके भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। जानना जरूरी है कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर सभी चीजों पर पड़ता है। तेल की कीमतें बढ़ने से ट्रांसप्रोटेशन चार्र्जेस बढ़ जाते हैं। ट्रकों और डंपरों का किराया भी बढ़ जाता है जिससे रोजमर्रा से जुड़ी चीजों के दाम भी बढ़ जाते हैं, जिसकी वजह से अनाज, खाद्य तेल, फल, सब्जी, दूध जैसी चीजें भी महंगी हो जाती हैं।