Russia Ukraine Dispute
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का 11वां दिन है। एक ओर रूस की सेना यूक्रेन के शहरों पर भारी बमबारी कर रही है, वहीं यूक्रेन के सैनिक भी पूरी निडरता के साथ डटे हुए हैं और रूसी सेना को आगे बढ़ने नहीं दे रहे हैं। लेकिन इस जंग में दोनों देशों को भारी नुक्सान हो रहा है। यूक्रेन की मदद के लिए कई देश आगे आए हैं। जर्मनी, ब्रिटेन और जापान समेत कई देशों ने यूक्रेन को हथियार मुहैया करवाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में अब अमेरिका भी आगे आया है।
ताजा जानकारी के अनुसार अमेरिका के लगभग 3000 स्वयंसेवियों ने रूस के खिलाफ जंग में युक्रेन की मदद का ऐलान किया है। वह अंतरराष्ट्रीय बटालियन में मिलकर यूक्रेन की मदद करना चाहते हैं। यूक्रेन की अपील पर अमेरिका के ये स्वयंसेवक जंग में शामिल होने के लिए तैयार हैं। यूक्रेन के सशस्त्र बल जनरल स्टाफ ने रूस के खिलाफ जंग में शामिल होने वाले इच्छुक लोगों से यूक्रेन के दूतावास में आवेदन करने की अपील की थी।
यूक्रेन सेना ने रूस के उपकरणों की 30 यूनिटें अपने कब्जे में ली
यूक्रेन पर रूस की बमबारी में लगातार इस देश के लोगों की जान जा रही है। आज हमलों का 11वां दिन है और इसके बावजूद यूक्रेन की सेना व यहां के लोगों के भी हौसले पस्त नहीं हुए हैं। वे डटकर रूस का मुकाबला कर रहे हैं। यूकेन की सेना ने खार्किव में रूस के उपकरणों की 30 यूनिट्स को अपने कब्जे में ले लिया है। इसी के साथ रूस के बंदी बनाए गए सैनिकों के लिए यूक्रेन में बंदीगृहों का इंतजाम भी किया जा रहा है।
यूक्रेन की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवीय गठबंधन बनाना : ब्रिटेन
ब्रिटेन भी संकट में यूक्रेन की लगातार मदद कर रहा है। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री, बोरिस जॉनसन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को हराने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग से अब छह सूत्रीय योजना तैयार की है। उन्होंने यह भी कहा है कि यूक्रेन के समर्थन के लिए हमें अंतरराष्ट्रीय मानवीय गठबंधन बनाना होगा।
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