इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली:
Womens Day 2022 :-
किरण मजूमदार जो भारतीय उघमी और आईआईएम- बेंगलोर की अध्यक्ष है, बायोटेक्नोलॉजी कंपनी बायोकॉन लिमिटेड की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं। इन्हे फोर्ब्स मैगजीन ने दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की लिस्ट में भी शामिल किया गया है। लेकिन, एक वक्त ऐसा था जब उन्हें कई कंपनियों ने नौकरी तक देने से मना कर दिया था। लेकिन अब आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने किरण मजूमदार शॉ को हायर नास्टिज़नशिप अवार्ड से सम्मानित किया है। इन्हे अबसे पहली नौकरी 25 साल की उम्र में स्कॉटलैंड में प्राप्त हुई थी।
जब किरण मजूमदार शॉ ऑस्ट्रेलिया से शराब बनाने की प्रक्रिया में मास्टर्स की डिग्री लेकर भारत लौंटी तो भारत के कई बीयर प्रोडूसर ने उन्हें महिला होने की वजह से नौकरी देने से मान कर दिया था। इस समय वो सिर्फ 25 साल की थीं। भारत में नौकरी नहीं मिलने की वजह से वो स्कॉटलैंड चली गईं। वहां उन्होंने ब्रूवर की नौकरी की। यहीं उनकी किस्मत बदली और बायोकॉन की स्थापना की राह खुली।
स्कॉटलैंड में ही काम करते हुए उनकी मुलाकात आइरिश उद्यमी लेस्ली औचिनक्लॉस से हुई। उस दौरान लेस्ली भारत में फार्मा सेक्टर में कोई कारोबार शुरू करना चाहते थे। किरण के काम से प्रभावित होने की वजह से उन्होंने उन्हें भारत में कारोबार को संभालने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, कोई अनुभव नहीं होने की वजह से शुरुआत में थोड़ी हिचक दिखाई। इसके बावजूद लेस्ली नहीं मानीं और उन्होंने किरण को कारोबार संभालने के लिए मना ही लिया। इस तरह 1978 में बायोकॉन कंपनी की शुरुआत हुई और बस यही से किरण मजूमदार शॉ का नाम बना और बनता ही गया।
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