Ukraine Russia War
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रूस और यूक्रेन के बीच 16 दिन से जारी जंग आगे भी थमने का नाम नहीं लेती दिख रही है। रूस की सेना कई दिनों से राजधानी कीव के पास डेरा जमाए हुए है लेकिन यूक्रेन की सेना मुहंतोड़ जवाब दे रही है। इसी कारण रूस के सेना अभी तक कीव में नहीं घुस पाई है। वहीं अब कीव पर कब्जा करने के लिए पुतिन ने नई योजना तैयार की है। पुतिन यहां अपने सैनिकों की मदद के लिए स्वयंसेवी लड़ाके उतारने की तैयारी कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, मध्य पूर्व व अन्य जगहों से इन लड़ाकों को यूक्रेन भेजा जा सकता है। इसके अलावा सीरिया में इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ने वाले सैनिकों को भी यूक्रेन में उतारा जा सकता है। उधर, यूक्रेन में फंसे 213 अन्य भारतीय छात्रों को लेकर वायु सेना का विमान वापस भारत लौट आया। यह विमान हिंडन एयरबेस पर उतरा।
मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्ज वापस लेगा अमेरिका
यूक्रेन पर हमलों के विरोध में अमेरिका लगातार रूस पर शिकंजा कस रहा है। उसने अब रूस से मोस्ट फेवरेट नेशन (टऋठ) का दर्जा वापस लेने का निर्णय लिया है। वह जी-7 देशों और यूरोपीय संघ के साथ मिलकर रूस से व्यापार में एमएफएन का दर्जा वापस लेगा। यह संयुक्त राज्य अमेरिका व उसके सहयोगियों का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ जंग खत्म करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश है।
यूक्रेन को किया 13.6 बिलियन डॉलर देने का ऐलान
अमेरिका ने युद्ध की मार झेल रहे यूक्रेन को एक बार फिर मानवीय और सैन्य मदद देने का ऐलान किया है। इसके अनुसार 13.6 बिलियन डॉलर की यक्रेन को मानवीय व सैन्य सहायता देने का निर्णय लिया गया है। आपातकालीन पैकेज के रूप में यूएस सीनेट ने इसके लिए मंजूरी दी गई है। इसी के साथ आज राष्ट्रपति जो बाइडन आज मास्को के साथ सामान्य व्यापार संबंध खत्म करने की घोषणा करेंगे। यूक्रेन पर जंग के विरोध में वह रूस के आयात पर भी टैरिफ बड़ा सकते हैं।
रूस भी लगा रहा प्रतिबंध (Ukraine Russia War)
जवाबी कार्यवाही के तौर पर रूस भी पश्चिमी देशों पर प्रतिबंध लागू करने की लगातार धमकी दे रहा है। उसने जरूरी खनिज की सप्लाई इन देशों को बंद करने की धमकी दी है।
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