Acquisition of Reliance Capital
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
कर्ज में डूबी अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital) के अधिग्रहण के लिए कुछ समय पहले आरबीआई ने रूचि पत्र मांगे थे। वहीं अब बताया गया है कि रिलायंस कैपिटल लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए अडाणी फिनसर्व, केकेआर, पीरामल फाइनेंस और पूनावाला फाइनेंस समेत 14 प्रमुख कंपनियों ने रुचि पत्र (ईओआई) दिया है।
जानकारी के मुताबिक रिलायंस कैपिटल के लिए बोलियां दाखिल करने की तारीख भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा नियुक्त प्रशासक ने 11 मार्च निर्धारित की थी जिसे अब बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया है।
रिजर्व बैंक ने भुगतान में चूक और कंपनी संचालन के स्तर पर गंभीर खामियों को देखते हुए पिछले साल नवंबर में अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल लि. (आरईएल कैप) के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। अभी तक जिन अन्य कंपनियों ने रिलायंस कैपिटल के लिए ईओआई जमा कराया है उनमें अर्पवुड, वर्दे पार्टनर्स, मल्टीपल्स फंड, निप्पन लाइफ, जेसी फ्लॉवर्स, ब्रुकफील्ड, आॅकट्री, अपोलो ग्लोबल, ब्लैकस्टोन और हीरो फिनकॉर्प शामिल हैं।
यह तीसरी सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) है जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने हाल में दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत दिवाला कार्यवाही शुरू की है। दो अन्य कंपनियां श्रेई ग्रुप की एनबीएफसी तथा दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएचएफएल) हैं।
बोली दाखिल करने की समयसीमा कुछ संभावित बोलीदाताओं के अनुरोध पर बढ़ाई गई है, जिन्होंने रुचि पत्र (ईओआई) दाखिल करने के लिए कुछ और समय मांगा था। सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर बोलीदाताओं ने पूरी कंपनी के लिए बोली लगाई है। रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक आफ महाराष्ट्र के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव वाई को इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी का प्रशासक नियुक्ति किया था। इससे पहले इसी साल फरवरी में रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक ने रिलायंस कैपिटल के रुचि पत्र आमंत्रित किए थे।
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