इंडिया न्यूज,नई दिल्ली।
Hydrogen Based Car: पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के बाद अब भारत में ग्रीन हाइड्रोजन सेल से चलने वाली कार भी आ गई है। इस ग्रीन हाइड्रोजन कार का निर्माण टोयोटा और किर्लोस्कर ने मिलकर किया है और इसका नान टोयोटा मिराई रखा गया है। 16 मार्च (वुधवार) को भारत के केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पहली ग्रीन हाईड्रोजन सेल से चलने वाली टोयोटा मिराई कार को लॉन्च किया है।
आखिर कंपनी इसका नाम मिराई क्यों रखा है, उसके पीछे भी एक वजह है। वजह यह है कि जापानी भाषा में मिराई का अर्थ आने वाला कल यानी भविष्य होता है। यह कार आने वाली भविष्य की कार है, इसलिए इसका नाम मिराई रखा है। इतना ही नहीं, गिनीज बुक में दर्ज रिकॉर्ड में यह स्पेशल कार 1300 किलोमीटर की दूसरी तय कर चुकी है। यह कार बेहद ही यूनिक टेक्नोलॉजी बेस्ड है।
ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा देना का है मौका
दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी हाइड्रोजन आधारित उन्नत 'फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल' पायलट प्रोजेक्ट के लॉन्च पर पहुंचे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा देने का हरदीप सिंह पुरी के पास एक बहुत अच्छा मौका है।" pic.twitter.com/U5Pl9xsg8r
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2022
दिल्ली में आयोजित हाइड्रोजन आधारित उन्नत ‘फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल’ पायलट प्रोजेक्ट के लॉन्च की मौके पर केंद्री मंत्री गडकरी ने कहा कि “ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा देने का हरदीप सिंह पुरी के पास एक बहुत अच्छा मौका है । इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पुरी मौजूद रहें।
बुलेट प्रूफ लगे हैं तीन हाईड्रोटन सिलिंडर (Hydrogen Based Car)
Toyota Mirai में तीन हाइड्रोजन सिलिंडर लगाए गए हैं। कार के अन्दर सिलिंडर इस तरह से प्लेस किए गए हैं कि सेफ्टी को लेकर कोई समस्या न आए। यह बुलेट प्रूफ सिलिंडर है जिससे कोई नुकसान न हो। सुरक्षा के मामले कार पूरी तरङ सुरक्षित है। इसके अलावा कार में सेंसर्स लगे हैं, जो किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर पूरे सिस्टम को बंद कर देते हैं।
सिलिंडर फुल होने पर जाएगी 650 किमी
इसके अलावा इस हाईड्रोजन कार के पिछले हिस्से में 4.1 किलोवाट की बैटरी लगी है। इलेक्ट्रिक गाड़ी के मुकाबले यह बैटरी 30 गुना कम है। एक बार सिलिंडर भरने में कार 650 किलोमीटर का सफर तय करती है। एक सिलिंडर में 5.6 किलोग्राम हाइड्रोजन भरी जाती है। वहीं, कार में ऑनबोर्ड इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट होती है, जिससे यह कार चलती है।
जीवाश्म ईंधन पर कम होगी निर्भरता (Hydrogen Based Car)
Fuel Cell Electric Vehicle (FCEV), powered by Hydrogen is one of the best Zero Emission solutions. It is completely environment friendly with no tailpipe emissions other than water. pic.twitter.com/O7GGHFSCsO
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 16, 2022
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने अपने आधिकारि ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर 2047 तक भारत को ‘ऊर्जा आत्मनिर्भर’ बनाने का संकल्प जो लिया है, उसकी एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इसके आने जीवाश्म ईंधन पर देश की निर्भरता कम होगी और स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
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