Indian Economy
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (RBI Governor) शक्तिकांत दास (Shaktikaant Daas) ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि भारत किसी भी चुनौती से निपटने और चालू खाते के घाटे के वित्तपोषण को लेकर बेहतर स्थिति में है। भारत के पास 677 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है।
पिछले 3 साल में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 270 अरब डॉलर बढ़ा है। यह संपत्ति समय-समय पर हर महीने परिपक्व होगी। भारत वैश्विक कारणों से उत्पन्न किसी भी प्रभाव से निपटने या चालू खाते के घाटे के वित्तपोषण के लिये बेहतर स्थिति में है।
शक्तिकांत दास (Shaktikaant Daas) उद्योग मंडल सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरबीआई इकोनॉमी को समर्थन देने के लिए पर्याप्त नकदी सुनिश्चित करेगा। इस समय जो चुनौतियां दुनियाभर के लिए बनी हुई हैं वे कच्चे तेल के दाम में उछाल और प्रमुख जिंसों की कीमतों में तेजी हैं।
अर्थव्यवस्था में अब तक 17 लाख करोड़ की पूंजी डाली
उन्होंने कहा कि मार्च 2020 में महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था में अब तक 17 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डाली गई है। पूंजी पर्याप्तता अनुपात 16 प्रतिशत और सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) 6.5 के निचले स्तर पर होने के साथ बैंकों की स्थिति बेहतर है।
LIC IPO को सही समय पर करेंगे लॉन्च
आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने एलआईसी आईपीओ को लेकर भी कहा कि यह देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इसे सही समय पर लॉन्च करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में रिटेल निवेशकों की शेयर बाजार में भागीदारी में भी बड़ा इजाफा हुआ है।
वहीं इस बीमा कंपनी के आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और रिटेल सेगमेंट का रिस्पॉन्स बेहद जरूरी है। हम सभी चुनौतियों से निपटने को पूरी तरह तैयार हैं।
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