Finance Bill 2022
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बजट सत्र के दूसरे चरण में केंद्रीय वित्त विधेयक 2022 पेश किया। संसद में इस विधेयक पर चर्चा के बाद इसे पारित कर दिया गया। इस दौरान वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि कोरोना काल में भी 32 देशों को टैक्स बढ़ाना पड़ा है।
रूस, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे विकसित देशों ने आयकर, एक्साइज ड्यूटी, हेल्थ संबंधी टैक्स बढ़ाए। लेकिन मोदी सरकार ने न पिछले साल कोई टैक्स बढ़ाया न इस साल टैक्स में कोई बढ़ोतरी की। सीतारमण ने कहा कि सरकार का जोर बुनियादी ढांचा पर सार्वजनिक व्यय बढ़ाने पर रहा क्योंकि इसका प्रभाव व्यापक होता है।
सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक 7.3 लाख करोड़ रुपये का कॉपोर्रेट कर संग्रह हुआ है। हमने एमएसएमई को प्रोत्साहित करने के लिए और उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए छाते पर सीमा शुल्क लगाया गया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कॉपोर्रेट टैक्स कटौती से अर्थव्यवस्था, सरकार और कंपनियों को मदद मिली। उन्होंने कहा कि करदाताओं का आधार कुछ साल पहले 5 करोड़ था जो कि अब बढ़कर 9.1 करोड़ हो गया है।
रूस और यूक्रेन जंग के कारण बढ़ रहा पेट्रोल का दाम
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर सीतारमण ने कहा कि इसका कारण रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध है। इसका असर न केवल भारत बल्कि सभी देशों पर पड़ा है। फाइनेंस बिल 2022 पर चली चर्चा में सीतारमण ने कांग्रेस पर भी हमला किया।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 2 लाख रुपए से अधिक की आय पर कराधान की मामूली दर 93.5 फीसदी निर्धारित की थी। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1951 में मूल्य वृद्धि के लिए कोरियाई युद्ध को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि भारत उस समय विश्व स्तर पर आपस में बहुत अधिक नहीं जुड़ा था।
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