Inflation In SriLanka
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका में महंगाई कंट्रोल से बाहर हो गई है। यहां हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि लोगों को भूखे मरने की नौबत आ गई है। श्रीलंका में इंधन की कमी के चलते बिजली संयंत्र बंद पड़े हैं। विदेशी विनिमय की कमी के कारण देश में भारी आर्थिक और ऊर्जा संकट पैदा हो गया है।
वहीं शुष्क मौसम की वजह से हाइड्रोपावर कैपिसिटी भी काम नहीं आ पा रही, जिसके चलते लोगों को बिजली कटने की समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है। श्रीलंका के आर्थिक संकट का असर दक्षिणी भारत के तटीय हिस्सों, विशेष रूप से तमिलनाडु में महसूस किया जा रहा है, जिसमें द्वीपीय राष्ट्र के उत्तरी भाग से तमिल शरणार्थी दक्षिणी राज्य की ओर आ रहे हैं।
एक किलो चीनी 290 और चावल 500 रुपए किलो
महंगाई के कारण श्रीलंका में खाने-पीने के सामान का दाम काफी ज्यादा बढ़ गया है। यहां दवा, दूध पाउडर, खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाली गैस और इंधन सहित रोजमर्रा की जरूरत का सामान काफी महंगा हो गया है। पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है।
यहां एक किलो चीनी का दाम 290 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। चावल के दाम 500 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। यहां 400 ग्राम दूध के पाउडर की कीमत 790 रुपए है। 3 दिन में इसके दाम में 250 रुपए की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खाने की तंगी और बेरोजगारी श्रीलंका के लोगों को भारत आने के लिए मजबूर कर रही हैं।
भारत आए कई शरणार्थी
श्रीलंका में महंगाई (Inflation In SriLanka) आउट आफ कंट्रोल होने के बाद लोग देश छोड़ने पर भी मजबूर हैं। काफी सारे लोग श्रीलंका से भारत आए हैं। कुछ दिन पहले ही मंगलवार को जाफना और मन्नार क्षेत्रों में रहने वाले 16 श्रीलंकाई नागरिक तमिलनाडु पहुंचे हैं।
तमिलनाडु में खुफिया अधिकारियों को मालूम हुआ है कि आने वाले हफ्तों में लगभग 2,000 शरणार्थियों के आने की संभावना है। बता दें कि श्रीलंका सरकार ने भारत से कर्ज की मदद मांगी थी, जिसके बाद पिछले हफ्ते भारत ने आर्थिक संकट से उबरने के लिए उसे एक अरब डॉलर का कर्ज दिया था।
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