Finance Minister Nirmala Sitharaman
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
वित्तमंत्री निर्मला सीतामरण 23 अप्रैल को सरकारी बैंकों (PSU Banks) के प्रमुखों से मिलेंगी। बैठक में वित्त मंत्री सरकारी योजनाओं की परफॉर्मेंस और अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार को लेकर विचार विमर्श करेंगी। यह बैठक दिल्ली में होगी। इस दौरान वह बैंकों को उद्योग और कारोबार को पर्याप्त लोन देने के लिए कह सकती हैं।
दरअसल, सरकार ने कोरोना की मार से बेहाल इकोनॉमी को सहारा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। 1 फरवरी को बजट आने के बाद यह सरकारी बैंकों (PSU Banks) के प्रमुखों के साथ वित्तमंत्री की पहली व्यापक समीक्षा बैठक होगी।
लोन सुविधा गारंटी योजना पर होगा मंथन (Finance Minister Nirmala Sitharaman)
जानकारी के मुताबिक बैठक में विभिन्न सरकारी योजनाओं की प्रगति और विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। समीक्षा के दायरे में लोन सुविधा गारंटी योजना (ECLGS) भी होगी। बजट में एमरजेंसी क्रेडिट लिंक्ड गारंटी स्कीम (ECLGS) की अवधि बढ़ाकर मार्च 2023 कर दी गई है। इस स्कीम के तहत गारंटी को भी 50,0000 रुपये बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
बैंकिंग सेक्टर का एजेंडा भी हो सकता है तय (Finance Minister Nirmala Sitharaman)
बताया जा रहा है कि वित्त वर्ष की शुरूआत में ही नई दिल्ली में होने वाली बैठक से पूरे साल के लिए बैंकिंग सेक्टर का एजेंडा तय हो सकता है। बैठक में सरकार बैंकों से अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने के लिए उत्पादक क्षेत्रों को ऋण का आवंटन बढ़ाने के लिए कह सकती है।
सरकारी बैंकों की सुधरी है दशा (Finance Minister Nirmala Sitharaman)
बता दें कि सरकारी बैंकों की परफॉर्मेंस में काफी सुधार आया है। बीते वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के दौरान किसी भी सरकारी बैंक को लॉस नहीं हुआ है। इस दौरान सरकारी बैंकों ने 48,874 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया है। वित्त वर्ष 2020-21 में सरकारी बैंकों को 31,820 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इससे पहले के 5 साल (2015-16 से 2019-20) में उन्हें नुकसान उठाना पड़ा था।
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