इंडिया न्यूज,New Delhi: FPI Withdrawal: भारतीय शेयर बाजारों (Indian Stock Markets) से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) की निकासी थमने का नाम नहीं ले रही है। इस महीने की मई में अब तक घरेलू बाजार से 35,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि निकाली जा चुका है। एफपीआई में इस साल की शुरुआत लेकर अब तक भारतीय बाजार से 1.65 लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। भारतीय बाजारों से एफपीआई की निकासी की वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक में ब्याद दरों में बढ़ोतरी और वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती है। बाजार विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में भी एफपीआई की निकासी जारी रहेगी।
अप्रैल माह के पहले सप्ताह में हुआ 7 हजार करोड़ से ज्यादा निवेश
डिपॉजिटरी के आंकडों के अनुसार, एफपीआई ने दो से 20 मई के दौरान भारतीय शेयरों से 35,137 करोड़ रुपये की निकासी की है। ज्ञता हो कि लगातार छह महीन तक निकासी करने के बाद अप्रैल महीन के पहले सप्ताह मे PFI ने बाजार ने निवेश करना शुरु किया था और यह निवेशक 7,707 करोड़ रुपये था। हालांकि उससे बाद 11 से 13 अप्रैल तक कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह में PFI ने बाजार ने निकासी शुरु कर दी,तब से निकासी का दौर जारी है।
इन वजहों से हो रही एफपीआई की निकासी
बाजार पर नजर रखने वाले एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारतीय बाजार से आने वाले सप्ताह में भी एफपीआई की निकासी जारी रहेगी। इसकी मुख्य वजह प्रमुख बाजार अमेरिका में कमजोरी है और डॉलर मजबूत है। विदेशी निवेशक अप्रैल, 2022 तक लगातार सात महीने भारतीय बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने शुद्ध रूप से 1.65 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।
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