इंडिया न्यूज, नई दिल्ली, RBI Rate Hike: बढ़ती महंगाई को काबू करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) एक बार फिर से अपने रेपो रेट में वृद्धि करने वाला है। रेपो रेट की यह वृद्धि जून में होने वाली मौद्रिक नीति समिति में होने के अनुमान है।आरबीआई के गर्वनर ने सोमवार को एक इंग्लिश चैलन को दिए साक्षात्कार में कहा कि देश में बढ़ती महंगाई हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता है। इसलिए जून में होने वाली एमपीसी बैठक में रेपो रेट के बढ़ने पर विचार हो। इसके अलावा जून की बैठक में आईबीआई महंगाई दर का एक नया अनुमान भी जारी करेगी।
लिक्विडिटी को सामान्य करने पर बैंक कर रहा विचार
लिक्विडिटी पर गवर्नर दास ने कहा कि आरबीआई मल्टी-ईयर टाइम साइकिल में इकोनॉमी में लिक्विडिटी की स्थिति को सामान्य करने पर विचार कर रहा है। आगे उन्होंने कहा कि हम करेंसी मार्केट में रुपए की अत्यधिक अस्थिरता को रोकेगा। चालू खाते घाटे पर दास ने कहा आरबीआई आराम से इसे ठीक मैनेज कर लेगी। भारत का एक्सपोर्ट मजबूत बना हुआ है।
मई में बढ़ा था 0.40 फीसदी रेपो रेट
इससे पहले केंद्रीय बैंक ने मई की शुरुआत में आपातकालीन एमपीसी की बैठक बुलाकर रेपो रेट में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की थी। बैंक ने इसके पीछे का तर्क देश में लगातार बढ़ती महंगाई को काबू करना बताया है। वर्तमान में केंद्रीय बैंक का रेपो रेट 4.40 फीसदी है। अगर आरबीआई एक बार फिर इसमें इजाफा करती है तो यह बढ़कर 5.15 फीसदी तक हो सकता है। रेपो रेट की दोबारा वृद्धि के बाद देश में होम लोन, ऑटो लोन और पसर्नल लोन और महंगे हो जाएंगे।
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