इंडिया न्यूज,नई दिल्ली, Moody : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते पूरे विश्व में आर्थिक स्थिति को लेकर उथल-पुथल का दौर जारी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चिताओं का माहौल है। इस प्रभाव भारतीय बाजार में भी पड़ रहा है, जिसके चलते देश में हर चीज के दामों में आग लगी हुई है और लगातार बढ़ रहे हैं। मौजूदा समय घरेलू बाजार में मंहगाई का दौर है। इसका सीधा प्रभाव भारत के विकास दर पर भी पड़ा रहा है। देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए विश्व की रेटिंग मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने 2022 की देश की विकास दर को कम कर दिया है। मूडीज के मुताबिक, साल 2022 में भारत की विकार दर 8.8 फीसदी रहने की उम्मीद है।
2023 की विकास दर को रखा बरकरार
मूडीज साल 2022-23 के लिये ग्लोबल मैक्रो आउटलुक को अपडेट कर कहा कि भारत की विकास दर को घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया है। इससे पहले मार्च में यह 9.1 फीसदी थी। वहीं, साल 2023 के विकास दर का अनुमान 5.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। मूडीज का अनुमान है कि साल 2022 में इन्फ्लेशन 6.8 फीसदी और 2023 में यह 5.2 फीसदी के आसपास रह सकता है।
इन वहजों से आ सकती मजबूती
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि मजबूत क्रेडिट ग्रोथ, कंपनियों के बड़े स्तर पर निवेश की घोषणा के साथ सरकार के बजट में कैपिटल स्पेडिंग पर आवंटन बढ़ाये जाने से निवेश में मजबूती आने का संकेत मिलता है। अगर ग्लोबल क्रुड ऑयल और फूड प्राइस में और वृद्धि नहीं हुई तो अर्थव्यवस्था में आगे भी तेजी देखने को मिल सकती है।
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