July FPI Withdrawal
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। भारतीय शेयर बजार से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी एफपीआई की निकासी के सिलसिले में कुछ कमी आई है। हालांकि निकासी का सिलसिला जुलाई में भी जारी रहा। मिली जानकारी के मुताबिक एक से आठ जुलाई के दौरान एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार 4,096 करोड़ रुपये की निकासी की है। वहीं, 6 जुलाई को एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार में 2,100 करोड़ रुपये जमा किये हैं। एफपीआई के शेयर बाजार में निवेश करना ऐसा मौका बीते कई सप्ताह में जारी निकासी के बाद आया है।
निकासी रुख में नहीं कोई बड़ा बदलाव
बाजार में एफपाीआई की निकासी धामी पड़ने पर मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव का कहना है कि एफपीआई की शुद्ध निकासी कम रहने का मतलब रुख में कोई बड़ा बदलाव नहीं है। जिन कारणों से एफपीआई निकासी कर रहे थे, उनमें कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं आया है।
इस साल अब तक हो चुकी 2.21 लाख करोड़ की निकासी
पिछले लगातार नौ माह से एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं। इस साल से अब तक एफपीआई भारतीय शेयरों से 2.21 लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। जून में एफपीआई ने शेयर बाजार 50,203 करोड़ रुपये की निकासी की थी, जोकि मार्च 2020 के बाद का सबसे उच्चतम स्तर था। मार्च 2020 में एफपीआई ने 61,973 करोड़ रुपये की निकासी की थी।
एफपीआई का प्रवाह फिर शुरू होगा
यस सिक्योरिटीज के प्रमुख विश्लेषक-अंतरराष्ट्रीय शेयर हितेश जैन ने कहा कि मुद्रास्फीति के ऊंचे स्तर से नीचे आने का स्पष्ट संकेत मिलने के बाद एफपीआई का प्रवाह फिर शुरू होगा। अगर ऊंची मुद्रास्फीति को लेकर चीजें सही होती हैं तो शायद केंद्रीय बैंक ब्याज दरों के मोर्चे पर नरमी बरतें। इससे एक बार फिर जोखिम वाली परिसंपत्तियों में निवेश बढ़ेगा।
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