Ashish Kumar Chauhan becomes MD and CEO of NSE
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज बीएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार चौहान ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। चौहान के इस्तीफे के बाद बीएसई के नये प्रबंध निदेशक के लिए तलाशी शुरू हो गयी है। आशीष कुमार चौहान के इस्तीफे की जानकारी मंगलवार को बीएसई ने दी है।
अब यहां पर देंगे अपनी सेवा
इस मौके पर बीएसई ने कहा कि आशीष कुमार चौहान को सोमवार को ही बीएसई के सभी दायित्वों एवं भूमिकाओं से मुक्त कर दिया गया है। बीएसई की इस्तीफे के बाद अब आशीष कुमार चौहान जल्दी नेशलन स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनेंगे। बता दें कि कुछ दिन पहले आशीष कुमार चौहान को एनएसई का प्रबंध निदेशक व सीईओ बनाने की घोषणा हुई थी। बीएसई ने कहा कि नए प्रबंध निदेशक एवं सीईओ की नियुक्ति होने तक एक्सचेंज की कार्यकारी प्रबंध समिति ही इसका संचालन देखेगी।
2012 में बने सीईओ
आपको बता दें कि आशीष कुमार चौहान वर्ष 2012 से बीएसई के सीईओ के रूप में कार्यरत थे और अब उनकी नियुक्ति एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ पद पर हो रही है। वह ऐसे समय में एनएसई के प्रमुख का कार्यभार संभालने जा रहे हैं, जब यह एक्सचेंज अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। हाल ही एनएसई पर गवर्नेंस लैप्स के आरोपों और को-लोकेशन घोटाले का भी सामना करना पड़ रहा है। को-लोकेशन केस के चलते एनएसई के पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण को उनके पद से हटा दिया गया है।
एनएसई कर रहा आईपीओ लाने की तैयारी
दरअसल, आशीष कुमार चौहान एनएसई की संस्थापक सदस्य में से एक हैं। साल 2000 में उन्होंने यहां से इस्तीफा देकर रिलायंस इंडस्ट्रीज में शामिल हो गये थे। हालांकि अब में वह साल 2009 में फिर एसई के डिप्टी सीईओ के रूप में स्टॉक एक्सचेंज क्षेत्र में वापस आ गये और 2012 में उन्हें बीएसई का सीईओ बनाया गया। चौहान को बीएसई को सबसे तेज एक्सचेंज बनाने का श्रेय जाता है। उन्होंने ही बीएसई पर आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को लाने की शुरुआत की थी और उनके पास इस क्षेत्र का कापी व्यापक अनुभव है। एनएसई भी काफी समय से आईपीओ लाने की तैयार कर रहा है, लेकिन इस पर लगे भ्रष्टाचार केआरोपों के चलते फिलहाल इसको टाल दिया गया है।
आखिर कौन हैं आशीष कुमार चौहान
आशीष कुमार चौहान ने IIT से इंजीनिरिंग और IIM मैनेमेंट की शिक्षा प्राप्त की है। उनको भारत का आधुनिक वित्तीय डेरिवेटिव का जनक माना जाता है और वह निफ्टी इंडेक्स संस्थापक सदस्य में से एक हैं। उन्होंने आईडीबीआई के साथ एक बैंकर के रूप में अपना करिअर शुरुआत की थी। चौहान 6 माइक्रोसेकंड रिएक्शन टाइम के साथ बीएसई को दुनिया का सबसे तेज एक्सचेंज बनने में मदद की।
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