Vice Presidential Election 2022
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। कुछ घंटों बाद पता चला जाएगा की देश के उपराष्ट्रपति पद कौन असीन होगा। देश के अगले उपराष्ट्रपति पद के मतदान शनिवार सुबह 10 बजे से शुरू हो चुका है, जो शाम 5 बजे तक चलेगा। राजग-भाजपा की ओर से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को बनाया है। वहीं, यूपीए- विपक्ष दलों ने कांग्रेस नेता मारग्रेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा और उसके सहयोग दल संगठन राजग के पास संख्या बल अधिक होने के चलते जगदीप धनखड़ के इस चुनाव में जीत की संभावनाएं प्रबल मानी जा रही हैं। हालांकि पूरी साफ स्थिति शाम चुनाव खत्म होने के बाद मतगणना पूर्ण होते ही पता चलेगी।
पीएम मोदी और पूर्व पीएम सिंह किया मतदान
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए शनिवार सुबह 10 बजे से जारी मतदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा-राजग तमाम केंद्रीय मंत्री और बड़े नेताओं ने जगदी धनखड़ के पक्ष में सुबह दिल्ली की संसद भवन में मतदान किया है। वहीं, दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी से सहित विपक्ष के बड़े नेताओं में कांग्रेस नेता मारग्रेट अल्वा उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाला है। केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्षीय दलों को लामबंद करने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया एवं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तब विपक्ष दलों को चौंका दिया, जब उन्होंने मारग्रेट अल्वा समर्थन देने से मना कर दिया है। इससे अल्वा के चुनाव जीतने की संभावनाएं और दूर हो गईं। वहीं, अधिकांश समय केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती ने राजग के उम्मीदवार को अपना समर्थन देकर जीत की संभावनाओं को प्रबल जीत में तब्दील कर दिया।
बीजेपी के इन सांसदों व केंद्रीय मंत्रियों ने की वोटिंग
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर व हेमा मालिनी ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद में वोट डाला। नारायण राणे और सबार्नंद सोनोवाल ने भी मतदान किया। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व पीयूष गोयल और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक साथ वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंचे। उनके अलावा केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत् व वी मुरलीधरन ने भी मतदान किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राजीव चंद्रशेखर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी वोट डाला। बीजेपी सांसद व केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने भी मतदान किया। इसके अलाव बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाला। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और अश्विनी वैष्णव ने भी संसद में मतदान किया।
विपक्ष दलों की ओर से इन लोगों ने डाले वोट
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी के अलावा, पार्टी नेता व सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे, मनीष तिवारी और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी मतदान किया। मार्गरेट अल्वा ने संसद में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से बातचीत भी की। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, हरभजन सिंह, डीएमके सांसद कनिमोझी, दयानिधि मारन, तिरुचि शिवा व कार्ति चिदंबरम ने भी मतदान किया।
टीएमसी ने मतदान से दूर रहने के लिए लिखा पत्र
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद और लोकसभा में संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने टीएमसी के सांसद शिशिर अधिकारी को पत्र लिखकर उन्हें पार्टी द्वारा तय फैसले व घोषणा के अनुसार उपराष्ट्रपति के चुनाव में मतदान से दूर रहने की सूचना दी।
रिटर्निंग अफसर करेंगे नए उपराष्ट्रपति के नाम की घोषणा
मौजूदा उपराष्ट्रपति उपराष्ट्रपति एम वेंकटेश नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो रहा है। देश के नए उपराष्ट्रपति का शपथग्रहण समारोह 11 अगस्त को होगा। शाम सात बजे इसके चुवान के परिणामों की घोषणा हो जाएगी, रिटर्निंग अफसर नए उप राष्ट्रपति के नाम की घोषणा करेंगे।
धनखड़ को यह पार्टियां दे रही समर्थन
दरअसल, दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा)में मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, देश में उपराष्ट्रपति बहुमत के लिए 388 वोट की जरूरत होती है। अकेले भाजपा के पास ही दोनों सदनों के सदस्यों को मिलाकर संख्या 390 के ऊपर है। राजग में भाजपा को सहयोगी दलों के साथ-साथ तेदेपा, बीजद, बसपा, अन्नाद्रमुक व शिवसेना जैसे दलों ने भी समर्थन देने की घोषणा की है। इन सबके समर्थन से राजग उम्मीदवार धनखड़ को 515 वोट से भी अधिक मिलने की उम्मीद है।
आल्वा के समर्थन में पार्टियां
वहीं, UPA की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के पास कांग्रेस, DMK, RJD, NCP और समाजवादी पार्टी का समर्थन मिला हुआ है। इन पार्टियों के वोटों की संख्या 139 हैं। इनके अल्वा झारखंड मुक्ति मोर्चा, TRS और आम आदमी पार्टी ने भी अल्वा को समर्थन दिया है। इन तीनों कुल 29 सांसद है,जबकि शिवसेना के उद्धव गुट के 9 सांसद भी अल्वा के साथ हैं। कुल मिलकर 177 सांसद अल्वा के पास हैं, जोकि बहुमत से काफी दूर हैं।
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