Monday, November 18, 2024
Monday, November 18, 2024
HomeBusinessस्टार्ट-अप इकोसिस्टम-यूनिकॉर्न संख्या में भारत का है दुनिया में तीसरा स्थान: डॉ.जितेंद्र...

स्टार्ट-अप इकोसिस्टम-यूनिकॉर्न संख्या में भारत का है दुनिया में तीसरा स्थान: डॉ.जितेंद्र सिंह

- Advertisement -

India Rank Third in The World Unicorns

इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित “डीएसटी स्टार्टअप उत्सव” के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि भारत स्टार्ट-अप इकोसिस्टम और यूनिकॉर्न की संख्या के मामले में विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में 105 यूनिकॉर्न हैं, जिनमें से 44 यूनिकॉर्न 2021 में और 19 यूनिकॉर्न 2022 में स्थापित हुए हैं। सिंह ने कहा कि इस एक दशक यानी 2021-30 तक में भारतीय भारतीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (एसटीआई) के लिए परिवर्तनकारी बदलाव होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री के कार्यकाल में जीईआरडी में आई गुना वृद्दि

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में अनुसंधान और विकास पर सकल व्यय (जीईआरडी) में तीन गुना वृद्धि की है। इस उदाहरण इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत में 5 लाख से अधिक अनुसंधान एवं विकास कर्मी हैं, जिनकी संख्या में पिछले 8 वर्षों में 40-50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इतना ही नहीं, इस अवधि में यहां देश की महिलाओं की संख्या मे भी तेजी के साथ बढ़ोतरी की है,जोकि यह संख्या दोगुनी हो गई है। अमेरिका और चीन के बाद अब विज्ञान और इंजीनियरिंग में पीएचडी प्राप्त करने वालों की संख्या के मामले में भारत तीसरे स्थान पर आ गया है।

2015 में हुई थी स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत

आपको बता दें कि देश में साल 2015 से स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत हुई थी। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2015 को लाल किले की प्राचीर से की थी। डॉ सिंह ने कहा कि भारत अपने स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में अब 75,000 से अधिक स्टार्टअप का केंद्र बन गया है। देश में स्टार्टअप केवल महानगरों या बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि 49 प्रतिशत स्टार्ट-अप टियर-2 और टियर-3 शहरों से आए हैं। इस दौरान देश में आईटी, कृषि, विमानन, शिक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य और अंतरिक्ष क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप उभर रहे हैं। सिंह ने कहा कि डीएसटी के कार्यक्रम का समग्र प्रभाव,परिणाम नवाचार और उद्यमिता पर बहुत महत्वपूर्ण रहा है। इससे 160 इन्क्यूबेटरों को बढ़ावा मिला साथ ही 12,000 स्टार्टअप को पोषित किया,जिसमें 1627 स्टार्टअप महिलाओं के नेतृत्व वाले हैं। इस दौरान करीब 1,31,648 नौकरियों का सृजन हुआ है।

जीआईआई में भारत ने मारी लंबी छलांग

उन्होंने कहा कि देश ने वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) के मामलें पर वैश्विक रैंकिंग में एक लंबी छलांग गई है। साल 2021 में जीआईआई में भारत का 46वां स्थान था,जबकि साल 2015 में 81वां स्थान था। भारत यह उपलब्धि विश्व की 130 अर्थव्यवस्थाओं में हासिल की है। इसके अलावा निम्न मध्यम-आय वाली अर्थव्यवस्था वाले देशों में भारत का दूसरा स्थान है। वहीं, जीआईआई के मामले में 10 मध्य और दक्षिणी एशियाई अर्थव्यवस्थाओं में पहले स्थान पर है।

एसटीआई क्षेत्रों भारत ने की अभूतपूर्व प्रगति

इस मौके पर डीएसटी सचिव डॉ. एस चंद्रशेखर ने कहा कि भारत ने हाल के 7-8 वर्षों में एसटीआई क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। साथ ही, कई प्रकाशनों के मामले में देश के समग्र प्रदर्शन में उल्लेखनीय वृद्धि भी देखी गई है। राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन डेटाबेस के आधार पर यह प्रकाशन के मामले में वैश्विक रूप से अब तीसरे स्थान पर है। इससे पहले 2013 में यह स्थान 6वां था। उन्होंने बताया कि डीएसटी के निधि कार्यक्रम ने स्टार्ट-अप्स के लिए बहुत आवश्यक समर्थन को तेजी से संसाधित किया है, जो बिजनेस इनक्यूबेटर और अन्य व्यावसायिक सहायता प्रदाताओं के सक्रिय समर्थन को बढ़ावा देता है।

इसको भी पढ़ें:

We Women Want: व्यायाम के लिए इंतजार नहीं, बल्कि तुरंत हो शुरू

इसे पढ़ें: बीएसई के प्रमुख पद से आशीष कुमार चौहान कार्यमुक्त, अब एनएसई की संभालेंगे कमान

Connect With Us: Twitter | Facebook |Instagram Youtube

SHARE
Koo bird

MOST POPULAR