D Subbarao Statement on Country Growth Rate
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की वृद्धि दर उम्मीद से कम रही है,जोकि निराशा और चिंता का कारण है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत दर्ज हुई है। इससे पहले पिछले वर्ष भी समान तिमाही में देश अर्थव्यवस्ता कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से बुरी तरह प्रभावित हुई थी।
आगे की तिमाहियों की गिरावट की आशंका पैदा होती
सुब्बाराब ने कहा कि अप्रैल जून तिमाही में बड़ी वृद्धि की उम्मीद थी। लेकिन सकल घरेलू उत्पाद की यह वृद्धि दर चिंता का कारण बन गई है, क्योंकि प्रमुख संकेतकों के विपरीत, वास्तविक वृद्धि दर कम रही है। इससे आगे की तिमाहियों में वृद्धि दर में और गिरावट की आशंका पैदा होती है।
इन वजहों से प्रभावित हो सकती वृद्धि
उन्होंने कहा कि अल्पावधि में देश में वृद्धि पूर्वानुमान उच्च जिंस कीमतों, वैश्विक मंदी की आशंका, आरबीआई द्वारा मौद्रिक सख्ती और एक असमान मानसून से प्रभावित हो सकते हैं। आरबीआई ने अप्रैल-जून 2022 तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 16.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था,लेकिन वह हासिल नहीं हो सका,जबकि पूरे वित्त वर्ष में देश जीडीपी वृद्धि दर 7.2 फीसदी की वृद्धि रहने का अनुमान लगाया है।
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