Sunday, September 22, 2024
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पीएम मोदी ने किया आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022 का उद्धाटन, बोले: डेयरी सेक्टर दुनिया भर के लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन

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PM Modi Inaugurated IDF

इंडिया न्यूज,ग्रेटर नोएडा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस)-2022 का उद्घाटन किया है। उद्धाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में लगी प्रदर्शनी का जायजा लिया है। इस दौरान पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी मौजूद रहे। इस सम्मेलन का आयोजन 12 सितंबर से लेकर 15 सितंबर तक होगा। इस सम्मेलन में दुनिया भर से कई प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

सम्मेलन में यह बातें कहीं पीएम मोदी ने

यहां आजोयित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है। भारत में आज डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है। पीएम ने कहा कि डेयरी कॉपरेटिव्स देश के दो लाख से ज्यादा गांवों में, करीब-करीब दो करोड़ किसानों से दिन में दो बार दूध जमा करती हैं और उसे ग्राहकों तक पहुंचाती हैं।

दुनिया के विकसित देशों से अगल है भारत का डेयरी सेक्टर

भारतीय डेयरी की विशेषता का उल्लेख करते हुए पीएम ने कहा कि दुनिया के अन्य विकसित देशों से अगल है भारत का डेयरी सेक्टर। भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत यहां के छोटे किसान हैं। भारत के डेयरी सेक्टर की पहचान “mass production” से ज्यादा “production by masses” की है।

1974 से अब 10 गुना बढ़ा दूध उत्पादन

इस मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने कहा कि ये सम्मेलन करीब 50 साल बाद हो रहा है और 1974 में जब ये सम्मेलन हुआ था। तब हमारा दूध का उत्पादन 23 मिलियन टन था और आज जब हम इस सम्मेलन को कर रहें तो 220 मिलियन टन यानी 10 गुना दूध की वृद्धि हुई है

50 देशों के लोग ले रहे हिस्सा

दरअसल आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022 सम्मेलन का आयोजन भारत में करीब आधी सदी के बाद किया जा रहा है। आखिरी देश में इसका आयोजन 1974 में हुआ था। चार दिन तक चलने वाला आईडीएफ डब्ल्यूडीएस-2022 सम्मेलन में दुनिया और देश के डेयरी हितधारक भाग ले रहे हैं। इसमें उद्योग जगत के लीडर, विशेषज्ञ, किसान और नीति निर्माता शामिल हैं। इसके अलावा इस सम्मेलन में 50 देशों के करीब 1500 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

यह है सम्मेलन का विषय

सम्मेलन का विषय ‘पोषण और आजीविका के लिए डेयरी’ पर आधारित है। भारतीय डेयरी उद्योग इस मायने में अद्वितीय है कि यह एक सहकारी मॉडल पर आधारित है, जो छोटे और सीमांत डेयरी किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाता है। डेयरी के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई कमद उठाए हैं।

सरकार के कदम से बढ़ा दूध उत्पादन

केंद्र सरकार के उठाए गए पिछले 8 वर्षों के कदमों से देश में दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है। देश करीब 210 मिलियन टन दूध सालान उत्पादन होता है,जिसके माध्यम से 8 करोड़ डेयरी किसान सशक्त हो रहे हैं। आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 2022 सम्मेलन में भारतीय डेयरी उद्योग की सफलता की कहानी भी दिखाई जाएगी,जोकि वैश्विक दूध उत्पादन में 23 फीसदी हिस्सेदारी है।

हवाई मार्ग से पहुंचे पीएम ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट पर आयोजित आईडीएफ डब्ल्यूडीएस सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हवाई मार्ग को चुना यहां पहुंचे। वह हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी का स्वागत पहले से मौजूद यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने किया।

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