दिग्गज कंपनी अमेजन वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रही है। छंटनी की यह प्रक्रिया अगले हफ्ते शुरू हो सकती है। कंपनी के इस लेऑफ से भारत में भी बड़े पैमाने पर कंपनी से जुड़े कर्मचारियों के प्रभावित होने का खतरा पैदा हो गया है। इस बीच भारतीय श्रम मंत्रालय ने भी इस पर सख्त रुख अपनाया है। श्रम मंत्रालय की ओर से इस संबंध में नोटिस जारी कर एक बड़े अधिकारी को जवाब देने के लिए बुलाया गया है।
दस हजार लोगों को घर वापस भेजने की योजना
ट्विटर और फेसबुक जैसी दिग्गज आईटी कंपनियों में छंटनी की खबरों के बीच अमेजन के मुखिया जेफ बेजोस ने भी अपने यहां बड़ी छंटनी का ऐलान किया कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस सप्ताह कॉरपोरेट और आईटी क्षेत्र में काम करने वाले लगभग दस हजार लोगों को घर वापस भेजने की योजना बना रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छंटनी की जद में बड़ी संख्या में भारतीय कर्मचारी भी आएंगे। बता दें कि 31 दिसंबर 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक अमेजन में स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों की संख्या करीब 16 लाख थी।
श्रम मंत्रालय ने अमेजन इंडिया के पब्लिक पॉलिसी मैनेजर को भेजा बुलावा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में छंटनी की खबरों के बीच श्रम मंत्रालय ने अमेजन इंडिया के पब्लिक पॉलिसी मैनेजर को जवाब देने के लिए बुलाया है। इस पद पर तैनात स्मिता शर्मा को 23 सितंबर को जवाब देने के लिए तलब किया गया। नोटिस में कहा गया है कि कंपनी के कर्मचारियों को 30 नवंबर की डेडलाइन देकर उनके साथ वॉलेंटरी सैपरेशन प्रोग्राम की डिटेल साझा की गई है। उसे बाद से कर्मचारियों के बीच डर का माहौल है।
वॉलेंटरी सेपरेशन प्रोग्राम लागू कर रही है कंपनी
कंपनी की ओर से कर्मचारियों को भेजे गए वीएसपी दस्तावेज में कहा गया है कि कंपनी एक वॉलेंटरी सेपरेशन प्रोग्राम लागू कर रहा है, जिसके तहत एईटी आर्गेनाइजेशन के संबंधित कर्मचारियों को अस्थायी रूप से उपलब्ध है। कंपनी के कर्मचारियों के पास नीचे दिए गए वीएसपी लाभों के बदले स्वेच्छा से नौकरी से इस्तीफा देने की सुविधा उपलब्ध होगी। कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार करने के लिए कर्मचारियों को इस महीने के आखिरी दिन 30 नवंबर तक की सुबह 6 बजकर 30 मिनट (6.30 बजे) तक का समय दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के कर्मचारियों के बीच इस लेऑफ प्लान के कारण नाराजगी है।