श्रीराम ग्रुप की दो कंपनियों श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस का विलय पूरा हो गया है। दोनों कंपनियों के विलय की घोषणा पिछले वर्ष की गई थी। सोमवार को श्रीराम फाइनेंस की ओर से मर्जर प्रक्रिया पूरा कर लेने की जानकारी दी गई। मर्जर के बाद कंपनी को श्रीराम फाइनेंस के रूप में जाना जाएगा और कंपनी का नेट वर्थ करीब 40,900 करोड़ रुपये का होगा।
विलय के बाद कंपनी का एयूएम होगा 1,17,000 करोड़ रुपये
कंपनी की ओर से कहा गया है कि इस विलय के बाद कंपनी का एयूएम (Assets Under Mangement) करीब 1,17,000 करोड़ रुपये का होगा। कंपनी फिलहाल भारत में 6.7 मिलियन (67 लाख) उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं मुहैया करा रही है। मर्जर की प्रक्रिया पूरी करने की घोषणा के दौरान कंपनी के एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन उमेश रेवांकर, एमडी व सीईओ वाईएस चक्रवर्ती, व कंपनी के सीएफओ पराग शर्मा मौजूद थे।
कर्ज वाले प्रोडक्ट को एक साथ लाने और उसे आगे बढ़ाने में मिलेगी मदद
इस मर्जर के बाद श्रीराम कैपिटल लिमिटेड की मौजूदा होल्डिंग कंपनी, श्रीराम फाइनेंशियल वेंचर्स अब पूरे ग्रुप के फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस बिजनेस की होल्डिंग कंपनी और प्रमोटर बन गई है। कंपनी का मानना है कि मर्जर के जरिए उसे अपने सभी कर्ज वाले प्रोडक्ट को एक साथ लाने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
इन प्रोडक्ट्स में कमर्शियल व्हीलकल लोन, टू-व्हीलर लोन, गोल्ड लोन, पर्सनल लोन, ऑटो लोन और स्मॉल एंटरप्राइजेज फाइनेंस शामिल है.
श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट (SOT) के मैनेजिंग ट्रस्टी और श्रीराम कैपिटल के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर, श्रीराम फाइनेंशियल वेंचर्स के वाइस-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बन गए है.श्रीराम कैपिटल के CFO और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर रहे सुभाश्री श्रीराम और नोवाक टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन के CEO, एनएस नंदा किशोर संयुक्त रूप से इसके ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर बने है