(नई दिल्ली): देश में निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड की खपत को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बांड जारी करता है. हाल में आरबीआई ने इसकी नई किश्त निकाली है, जिसके बांड 19 तारीख से खरीदे जा रहे हैं. शुक्रवार को इसे खरीदने की आखिरी तारीख है.
इस बार गोल्ड बांड के लिए केंद्रीय बैंक ने 5,409 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया है. अगर आप इस बांड को ऑनलाइन पेमेंट करके खरीदते हैं, तो आपको डिस्काउंट भी मिलेगा. ऐसे निवेशकों को ये बांड 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट के साथ मिलेगा, यानी उनके लिए बांड का मूल्य 5,359 रुपये प्रति ग्राम होगा.
कैलकुलेशन सालाना हिसाब
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है. हालांकि पांचवें साल से आपको इसे विड्रॉल करने की सुविधा भी मिलती है. इस बांड की मैच्योरिटी पर आपको ब्याज भी मिलता है, जिसका कैलकुलेशन सालाना 2.50 फीसदी के हिसाब से होता है. ये बांड खरीदने के दूसरे साल से मिलना शुरू होता है.
कोई भी व्यक्ति सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक ग्राम सोने की राशि के बराबर निवेश कर सकता है. व्यक्ति, एचयूएफ, ट्रस्ट और इसी तरह अन्य संस्थाएं प्रत्येक वित्त वर्ष में क्रमश: चार किलोग्राम, चार किलोग्राम और बीस किलोग्राम राशि के बराबर का गोल्ड बांड खरीद सकते हैं.
गोल्ड बॉन्ड लेने की KYC
आरबीआई द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की सेल अधिकृत पोस्ट ऑफिस, कमर्शियल बैंक (लघु वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के अलावा), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और स्टॉक एक्सचेंज एनएसई एवं बीएसई के माध्यम से की जाती है.
गोल्ड बॉन्ड लेने के लिए केवाईसी कागजातों की जरूरत होगी. ये वही कागज होते हैं जो आम तौर पर फिजिकल गोल्ड खरीदने के काम आते हैं. वोटर आईडी, आधार, पैन कार्ड, पासपोर्ट और अन्य केवाईसी कागजात इस काम आ सकते हैं. वहीं सॉवरन गोल्ड बॉन्ड के हर आवेदन के साथ पैन नंबर लिखना जरूरी होता है.