इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Best Companies: इंस्टीट्यूट फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (IMD) की नए एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में देश व विदेश की कंपनियों को भविष्य में अपनी की तैयारियों को लेकर पर चर्चा की गई है। आईएमडी की इस रिपोर्ट में चार क्षेत्रों – फैशन और खुदरा, ऑटोमोबाइल, वित्तीय सेवाओं वाली कंपनियों को शामिल की गया है। इसके अलावा 86 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली कंपनियों का विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद भविष्य में अपनी तैयारी को लेकर सबसे आगे रहने वाली कंपनियों ने विदेशी कंपनियां का नाम शामिल हैं, जबकि इसमें भारत की कोई भी कंपनी ने अपना स्थान नहीं बना पाई है।
एक दशक तक किया गया अध्यन (Best Companies)
स्विट्जरलैंड स्थित IMD की तरफ से जारी भविष्य की तैयारी इंडेक्स रिपोर्ट में एक दशक 2010 से लेकर 2021 तक के आंकड़ों का अध्यन किया गया है। IMD की तरफ से किए गए इस अध्यन के मुताबिक टेस्ला, लुलुलेमन, मास्टरकार्ड और गूगल महामारी के बाद अपने-अपने क्षेत्रों में भविष्य की तैयारी के लिहाज से सबसे बेहतरीन कंपनियों के तौर पर सामने आई हैं।
हर क्षेत्र में विदेशी कंपनियों ने मारी बाजी (Best Companies)
IMD की स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक, फैशन और खुदरा खंड में स्पोर्ट्सवियर ब्रांड लुलुलेमन और नाइक क्रमश: पहला व दूसरा स्थान हासिल किया है,जबकि इस क्षेत्र में कोई भी भारतीय कंपनी अपना स्थान हालिस नहीं कर पाई है। अगर बात ऑटोमोबाइल की करें तो यहां पर अभी अमेरिका की टेस्ला ने पहला स्थान प्राप्त की है। यहां पर भी कोई भी भारत कंपनी का नाम नहीं है। वहीं, वित्तीय सेवा क्षेत्र में मास्टरकार्ड और वीजा पहली रैंक हासिल हुए है जबकि भारत में इस क्षेत्र की कई कंपनियां हैं लेकिन अपना कोई भी स्थान नहीं बना पाई हैं। इसके अलावा टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक भविष्य के लिए तैयार पाया गया है।
अमेरिका की 40 कंपनियां शामिल (Best Companies)
आईएमडी की तरफ से जारी की गई कंपनियों की भविष्य में तैयारी को लेकर ताजा रिपोर्ट में सबसे ज्यादा अमेरिका देश की कंपनियों बाजी मारी है। इसमें अमेरिका की 40 कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा जर्मनी व चीन की कंपनियां शामिल हैं,जिसमें जर्मनी की सात और चीन की सात कंपनियां हैं।
भारत सरकार का उठना चाहिए कदम (Best Companies)
इस रिपोर्ट के लेखक प्रोफेसर हॉवर्ड यू ने कहा कि यूनिकॉर्न की संख्या के लिहाज से भारत 2021 में पहली बार चीन से आगे निकाल है। फ्लिपकार्ट, स्नैपडील व ओला जैसी कंपनियों ने भारतीय स्टार्टअप पारिस्थतिकी तंत्र में ‘तूफान’ ला दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत को लेकर अड़चन निजी कंपनियों के स्तर पर नहीं, बल्कि देश के बुनियादी ढांचे के स्तर पर है । भारत सरकार को इसके समाधान पर कदम उठाने की सख्त जरूरत है।
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