रियल एस्टेट सेक्टर के लिए वर्ष 2023 काफी अच्छा साबित हुआ है। अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर सरकार के जोर ने टियर 2 और 3 शहरों में रियल एस्टेट बाजार को आगे बढ़ाया है। इससे रियल एस्टेट सेक्टर का दायरा पहले के मुकाबले कई गुना बढ़ गया है। अफोर्डेबल हाउसिंग पहल के लिए प्रोत्साहन और सब्सिडी ने मध्यम और निम्न-आय वर्ग के लोगों के लिए हाउसिंग विकल्पों का विस्तार किया है और बाजार में गतिशीलता का संचार किया है।
साल 2023 में भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में जबरदस्त बदलाव आया है, जो 2014 के बाद सबसे अनुकूल दौर है। यह इकोनॉमिक स्टेबिलिटी, पॉलिसी रिफॉर्म्स और उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव से प्रेरित है। भारत की आर्थिक स्थिरता रियल एस्टेट बाजार के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मजबूत जीडीपी विकास दर और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान देने के साथ, देश की आर्थिक गतिशीलता ने रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट के लिए उपजाऊ जमीन भी प्रदान की है। स्थिर आर्थिक स्थितियां इन्वेस्टर्स के बीच विश्वास उत्पन्न करती हैं, इसके अलावा संपत्ति के लेनदेन के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ाती है।
रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने बताया कि “भारत सरकार के सक्रिय उपाय और नीतिगत सुधार रियल एस्टेट क्षेत्र को पुनर्जीवित करने में सहायक रहे हैं। रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) और PMAY (प्रधानमंत्री आवास योजना) जैसी पहलों ने ट्रांसपेरेंसी, अकाउंटेबिलिटी और एफिशिएंसी को बढ़ाया है। जिससे रियल एस्टेट सडेक्टर में लेनदेन और अधिक सुरक्षित और आबादी के व्यापक स्पेक्ट्रम के लिए सुलभ हो गया है।
एक्सिओम लैंडबेस प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश के. सराफ ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या और बदलती जीवनशैली प्राथमिकताओं के कारण भारतीय उपभोक्ता रियल एस्टेट में क्या चाहते हैं, उसमें बदलाव आया है। आधुनिक सुविधाओं, टिकाऊ रहने की जगहों और अच्छी तरह से जुड़ी संपत्तियों की मांग ने घर खरीदारों की जरूरतों को पूरा करने वाली नए प्रोजेक्ट्स को जन्म दिया है।
एमआरजी ग्रुप के एमडी रजत गोयल ने बताया कि टेक्नोलॉजी के आगमन ने रियल एस्टेट सेक्टर को काफी प्रभावित किया है। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, वर्चुअल टूर और डिजिटल मार्केटिंग ने प्रॉपर्टी को प्रदर्शित करने और लेनदेन करने के तरीके में क्रांति ला दी है। इस डिजिटल परिवर्तन ने प्रक्रियाओं को व्यवस्थित किया है, बाजार तक पहुंच बढ़ाई है और जानकारी के साथ खरीदारों को सशक्त बनाया है। अफोर्डेबल लग्जरी हाउसिंग पहल की प्रगति ने टियर 2 और 3 शहरों में रियल एस्टेट बाजार को आगे बढ़ाया है।
अंसल हाउसिंग के डायरेक्टर कुशाग्र अंसल ने बताया कि “अनुकूल ब्याज दरों ने भी रियल एस्टेट बाजार की उछाल में योगदान दिया है। होम लोन पर कम ब्याज दरें ओनरशिप ऑफ प्रॉपर्टी को अधिक आकर्षक और सुलभ बनाती हैं। खरीदारों को रेजिडेंशियल और कमर्शियल स्थानों में इन्वेस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। अफोर्डेबल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर सरकार के जोर ने टियर 2 और 3 शहरों में रियल एस्टेट बाजार को आगे बढ़ाया है। अफोर्डेबल हाउसिंग पहल के लिए प्रोत्साहन और सब्सिडी ने मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए आवास विकल्पों का विस्तार किया है और समग्र बाजार में गतिशीलता का संचार किया है।
रियल एस्टेट क्षेत्र में भी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में वृद्धि देखी गई है, जो भारत की विकास कहानी में वैश्विक निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है। विदेशी पूंजी प्रवाह बड़े पैमाने पर विकास, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और रियल एस्टेट बाजार के विस्तार में योगदान देता है। 2023 के अंत में भारतीय रियल एस्टेट बाजार एक आशाजनक युग में प्रवेश करने के लिए तैयार है। आर्थिक स्थिरता, सरकारी सुधार, बदलती उपभोक्ता गतिशीलता और तकनीकी प्रगति ने विकास और समृद्धि के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है। रियल एस्टेट क्षेत्र भारत के शहरी और आर्थिक भविष्य को आकार देने, विकास के के लिए मंच तैयार करने और सभी के लिए अवसरों में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण है।