Friday, October 18, 2024
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Various Charges on Home Loan होम लोन पर लगते हैं कई तरह के चार्ज

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इंडिया न्यूज, मुंबई :

Various Charges on Home Loan : होम लोन लेने पर आपको उस पर लागू कई अन्य चार्ज भी देने पड़ते हैं। यह चार्ज सभी फाइनेंशियल संस्थानों (बैंकों, हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों और नान बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों) में अलग-अलग होते हैं। कुछ बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां अलग से चार्ज लगा सकती हैं, जबकि अन्य संस्थान चार्ज को एक साथ जोड़कर लगा सकते हैं।

कुछ चार्ज की फिक्स राशि (Various Charges on Home Loan)

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कुछ चार्ज फिक्स होते हैं, जबकि कुछ चार्ज होम लोन राशि के प्रतिशत के रूप में लिए जाते हैं। इनसे होम लोन की लागत बढ़ जाती है। हम आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ प्रमुख चार्ज के बारे में जिन्हें लोन लेने वालों को चुकाना पड़ता है। (चार्ज की पूरी तस्वीर जानने के लिए लोन के दस्तावेज ध्यान से पढ़ें।)

लाग-इन फीस (Various Charges on Home Loan)

लाग-इन फीस आवेदन चार्ज के रूप में जानी जाती है। यह लोन आवेदन का मूल्यांकन करने के लिए बैंक या कंपनी द्वारा लिया जाने वाला शुरूआती चार्ज है। इस स्तर पर लोन देने वाला यह आंकलन करता है कि आवेदन में आगे की प्रक्रिया के लिए जरूरी दस्तावेजों के साथ जानकारी सटीक है या नहीं।

प्री-ईएमआई चार्ज (Various Charges on Home Loan)

होम लोन देने के बाद अगर लोन लेने वाले को घर का कब्जा मिलने में देरी होती है और जब तक घर खरीदने वाले को कब्जा नहीं मिल जाता, तब तक बैंक प्री-ईएमआई जैसा साधारण ब्याज लेता है। इसके बाद ईएमआई पेमेंट शुरू हो जाएगी।

प्रोसेसिंग फीस (Various Charges on Home Loan)

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क्रेडिट अंडरराइटिंग प्रक्रिया के दौरान लोन आवेदन का मूल्यांकन कई मापदंडों पर किया जाता है। इसमें केवाईसी वेरीफिकेशन, फाइनेंशियल असेसमेंट, रोजगार वेरीफिकेशन, घर और आफिस के पते का वेरीफिकेशन, क्रेडिट हिस्ट्री का मूल्यांकन आदि शामिल होता है।

लोन देने वाली कंपनी या बैंक प्रोसेसिंग फीस के माध्यम से क्रेडिट अंडरराइटिंग प्रक्रिया से संबंधित सभी लागतों की वसूली करता है। कंपनी या बैंक प्रोसेसिंग फीस के रूप में समान चार्ज लेते हैं। आमतौर पर कुल लोन रकम के 2% तक का वेरिएबल प्रोसेसिंग फीस लिया जाता है।

आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार बैंक लोन रकम का 0.50 से 2% या 1,500 रुपए जो भी लागू होता है, जीएसटी के साथ लिया जाता है।

मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु के लिए 2,000 रुपए का प्रोसेसिंग फीस होता है। एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस 50 लाख रुपए तक के लोन के लिए 10,000 रुपए का फ्लैट चार्ज लेती है।

इसकी वेबसाइट के अनुसार 50 लाख रुपए से अधिक के लोन के लिए 15,000 रुपए का चार्ज लेती है। एचडीएफसी लोन अमाउंट का 0.5% प्रोसेसिंग फीस के रूप में लेती है। इसकी अधिकतम सीमा 3,000 रुपए है जोकि प्रोसेसिंग फीस की अधिकतम रकम है।

तकनीकी मूल्यांकन के लिए फीस (Various Charges on Home Loan)

जिस संपत्ति के लिए होम लोन लिया गया है, उसके फिजिकल और मार्केट वैल्यू का आंकलन करने के लिए बैंक टेक्निकल विशेषज्ञों को नियुक्त करते हैं। ये विशेषज्ञ कई पैमाने पर संपत्ति का मूल्यांकन करते हैं।

इसमें वैधानिक अप्रूवल, ले-आउट अप्रूवल, बिल्डिंग स्पेसिफिकेशन, कंस्ट्रक्शन मानदंड आदि। वे विभिन्न माध्यमों से संपत्ति का बाजार मूल्य भी निर्धारित करते हैं।

इसमें जमीन की लागत और कंस्ट्रक्शन लागत भी शामिल होती है। जहां कई बैंक इस फीस को अपनी प्रोसेसिंग फीस में शामिल करते हैं, वहीं कुछ बैंक इसे अलग से चार्ज करते हैं।

कानूनी पहलुओं की जांच के लिए फीस (Various Charges on Home Loan)

बैंकर के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होता है कि जिस प्रॉपर्टी को वे फाइनेंस करने जा रहे हैं, उसमें कोई कानूनी विवाद का पचड़ा तो नहीं है।

इसके लिए बैंक कानूनी विशेषज्ञ नियुक्त करते हैं जो सभी कानूनी पहलुओं की जांच करते हैं। इस जांच में टाइटल डीड, प्रॉपर्टी ओनरशिप का इतिहास और डिप्रिसिएशन, नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट, आक्यूपेंसी प्रमाण पत्र आदि शामिल होता है। एक्सपर्ट बैंक को अंतिम राय देते हैं कि लोन दें या नहीं।

फ्रैंकिंग चार्ज (Various Charges on Home Loan)

फ्रैंकिंग आपके होम लोन एग्रीमेंट पर आमतौर पर मशीन के माध्यम से मुहर लगाने की प्रक्रिया है और यह पुष्टि करता है कि आपने आवश्यक स्टैंप चार्ज पेमेंट कर दिया है।

होम लोन एग्रीमेंट की फ्रैंकिंग आमतौर पर सरकार द्वारा अधिकृत बैंकों या एजेंसियों द्वारा की जाती है। यह चार्ज कुछ राज्यों जैसे महाराष्ट्र और कर्नाटक में ही लागू है। फ्रैंकिंग चार्ज आमतौर पर होम लोन मूल्य का 0.1% होता है।

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वैधानिक/नियामक फीस (Various Charges on Home Loan)

ये वे शुल्क होते हैं जो बैंक द्वारा होम लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया में वैधानिक निकायों की ओर से कलेक्ट किए जाते हैं। यह ज्यादातर विभिन्न चार्जेस पर स्टांप ड्यूटी और जीएसटी के रूप में होता है जो बैंक द्वारा कलेक्ट कर सरकार को पेमेंट किया जाता है।

इंश्योरेंस प्रीमियम (Various Charges on Home Loan)

कई बैंक प्रापर्टी को किसी भी नुकसान जैसे आग से बचाव के लिए होम इंश्योरेंस करवाने को कहते हैं।

कुछ बैंक लोन लेने वालों को लोन सुरक्षा जीवन बीमा पालिसी का लाभ उठाने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं ताकि किसी अनहोनी की सूरत में उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को बकाया लोन को लेकर परेशान न होना पड़े।

यदि आप होम लोन के साथ बीमा पालिसी लेने का निर्णय लेते हैं तो आपको बीमा प्रीमियम भी भरना होगा।

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नोटरी शुल्क (Various Charges on Home Loan)

यदि होम लोन लेने वाला एनआरआई है तो आपको कुछ अतिरिक्त कागजी कार्रवाई करनी पड़ सकती है। आपके केवाईसी दस्तावेजों और पावर आफ अटार्नी को भारतीय दूतावास या विदेश में उपलब्ध स्थानीय नोटरी द्वारा नोटरीकृत करने की आवश्यकता पड़ती है जिसके लिए आपको कुछ फीस भरनी होगी।

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