भारत के रियल एस्टेट सेक्टर से मिलने वाला रोजगार पिछले वर्ष में बढ़कर 7.1 करोड़ हो गया, जबकि 2013 में यह आंकड़ा 4 करोड़ था. रियल एस्टेट कंसल्टेंट एनारॉक और इंडस्ट्री बॉडी नारेडको ने अपनी संयुक्त रिपोर्ट में यह कहा कि इस तरह पिछले 10 साल में इंडस्ट्री ने 3 करोड़ से ज्यादा नई नौकरियां दी है।
रिपोर्ट के अनुसार 2023 में भारत के 7 बड़े शहरों में 4.35 लाख घर बने और 2024 में यह संख्या बढ़कर 5.31 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। कई सरकारी योजनाओं ने इस उछाल में अपना योगदान दिया है। जिनमें रेरा, प्रधानमंत्री आवास योजना और विशेष विंडो फंड शामिल हैं। इसके अलावा, GST ने भी रियल एस्टेट उद्योग में पारदर्शिता लाने में मदद की है।
ललित कुमार अग्रवाल, को-फाउंडर & वाईस चेयरमैन , सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड का कहना है, “भारत के इकनोमिक लैंडस्केप की वाइब्रेंट इमेज में , रियल एस्टेट सेक्टर डेवलपमेंट और प्रोस्पेरिटी की आधारशिला के रूप में उभरा है। 2013 में जॉब 4 करोड़ से बढ़कर पिछले कैलेंडर वर्ष में प्रभावशाली 7.1 करोड़ हो गया है.
देश के 18% से अधिक वर्कफोर्स को ध्यान में रखते हुए, रियल्टी सेक्टर न केवल घर बनाता है बल्कि समाज के ताने-बाने में योगदान करते हुए अवसर के रास्ते भी बनाता है। ये आंकड़े, वादे और क्षमता से गूंजते हुए, एक ऐसे भविष्य की शुरुआत करते हैं जहां रखी गई प्रत्येक ईंट न केवल आश्रय बल्कि ग्रोथ , इनोवेशन और इन्क्लूसिविटी का प्रतीक है।
भारत सरकार के दूरदर्शी सुधारों के अनुरूप, ये आंकड़े एक मजबूत, लचीली अर्थव्यवस्था को साकार करने के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। अपने देश की क्षमता में दृढ़ विश्वास के साथ, हम एक ऐसे भविष्य को आकार देने के लिए तैयार हैं जहां रियल एस्टेट क्षेत्र समग्र प्रगति के लिए उत्प्रेरक बन जाएगा, लाखों नौकरियां पैदा करने के लिए आगे बढ़ेगा और अद्वितीय समृद्धि के युग की शुरुआत करेगा।
कुशाग्र अंसल, डायरेक्टर अंसल हाउसिंग का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, समेत कई बड़े शहरो में घरों की मांग में ग्रोथ हुई है, जिसकी वजह से रियल एस्टेट सेक्टर में कई नौकरियां पैदा हुई है। रियल एस्टेट सेक्टर में 31 मिलियन नौकरियां भारत की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण प्रगति और एक मजबूत अर्थव्यवस्था को दर्शाता है। पिछले कुछ समय से मजबूत अर्थव्यस्था की वजह से रियल एस्टेट सेक्टर ने वृद्धि दर्ज की है, जिसके चलते रोजगार के मौके भी तेजी से बढ़े हैं।