इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Used Vehicle Market: अगर मैं कहूं कि भारत का नई कारों के मामले का बड़ा बाजार है तो आप मान लेंगे। अगर मैं कहूं कि भारत सेकेंड हैंड कारों के मामले में भी सबसे बड़ा बाजार बनाने वाला है तो शायद आपको मेरी बातों का विश्वास न करें, लेकिन अब यह बात आपको माननी पड़ेगी। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत नई कारों का बड़ा बाजार है ही, साथ में 2026 तक सेकेंड हैंड कारों (पुरानी गाड़ियां) के मामले में बड़ा बाजार बनने वाला है।
मार्च में था 40 लाख का आंकड़ा (Used Vehicle Market)
एक रिपोर्ट में यह बात सामने निकल कर आई है कि भारत पुरानी गाड़ियों के मामले में साल 2026 तक बड़ा बाजार बनने वाला है। यह आंकड़ा 82 लाख यूनिट तक जाने का अनुमान है। हालांकि खत्म हो रहे वित्त वर्ष मार्च 2020-2021 में यह आंकड़ा 40 लाख यूनिट का था। इतनी बड़ी मात्र में पुरानी गाड़ियों की मांग में वृद्धि होने की वजह देश के छोटे शहरों इन कारों की बढ़ती खरीद है।
ग्रांट थॉर्टन इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2021 से लेकर 2030 तक पुरानी कारों का बाजार 70.8 अरब डॉलर होने का अनुमान लगाया गया है। यह बढ़ोतरी 14.8 प्रतिशत की चक्रवृद्धि सालाना वृद्धि दर के साथ होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता नई गाड़ियों की बढ़ती कीमतों की वजह से अब पुरानी कारों की तरफ रुख कर रहे हैं।
पहले से ज्यादा पुराने कारों को मिल रही तरजीह (Used Vehicle Market)
ग्रांट थॉर्टन इंडिया’ के पार्टनर साकेत मेहरा ने कहा कि पुराने वाहन खरीदने को ग्राहक अब पहले से कहीं ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। इसके साथ ही देश के छोटे शहरों में पुराने वाहनों की मांग अधिक होने की उम्मी है।
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