Tesla Autopilot Team: भारत के लोगों की प्रतिभा का देश में ही नहीं विदेशों की में भी लोग मनाते हैं। अभी हाल में ही दुनिया के सबसे बड़े रईस में से एक एलन मस्क ने एक बड़ा खुलासा किया है और उस खुलासे के साथ यह साफ पता चलता है कि भारतीय मूल के अमेरिका में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। एलन मस्क ने एक इंटव्यू के वीडियो पर जबाव देते हुए बताया कि इलेक्ट्रिक कार निर्माता उनकी कंपनी टेस्ला की ऑटोपायलट टीम में भर्ती होने वाला पहला सदस्य भारतीय मूल का है और उसका नाम अशोक एल्लूस्वामी है।
बने ऑटोपायलट इंजीनियरिंग के हेड Tesla Autopilot Team
हाल में ही एलन मस्क ने ट्विटर के माध्यम से टेस्ला कंपनी की ऑटोपायल टीम की शुरूआत करने की घोषणा की थी। मस्क ने यह भी बताया कि अशोक उनकी ट्वीट से इस टीम में भर्ती होने वाले पहले सदस्य हैं। वह टेस्ला की ऑटोपायलट इंजीनियरिंग के हेड हैं। इस पर मस्क ने कहा कि टीम बहुत प्रतिभावान है और इसमें दुनिया के कुछ सबसे स्मार्ट लोग हैं।
चेन्नई से किया बीटेक Tesla Autopilot Team
टेस्ला की ऑटोपायलट इंजीनियरिंग के हेड अशोक एल्लुस्वामी ने भारत के चेन्नई के College of Engineering Guindy से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है। उसके बाद उन्होंने कार्नेगी मेलॉन विश्वविद्यालय (CMU) से रोबोटिक्स सिस्टम डेवलपमेंट में मास्टर डिग्री प्राप्त की है। टेस्ला में आने से पहले एल्लुस्वामी फॉक्सवैगन इलेक्ट्रॉनिक रिसर्च लैब व वैबको व्हीकल कंट्रोल सिस्टम के साथ काम कर रहे थे। अशोक टेस्ला में 2014 से जुड़े हुए हैं। उन्होंने ऑटोपायलट की टीम को बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ज्वाइन किया था। ऑटोपायलट इंजीनियरिंग के हेड बनाने से पहले अशोक 2019 में ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर के डायरेक्टर पद पर कार्यरत थे।
ऐसे काम करती है ऑटोपायलट कार Tesla Autopilot Team
ऑटोपायलट कार का मतलब है कि ड्राइवर के चलने वाली कार। यह कार टेक्नोलॉजी कई इनपुट के आधार पर काम करती है। मैप के लिए ये डायरेक्ट सैटेलाइट से कनेक्ट होती है। पैसेंजर को कहां जाना है, इसे सिलेक्ट किया जाता है। जब कार ऑटोपायलट मोड पर चलती है तब सैटेलाइट के साथ उसे कार के चारों तरफ दिए गए कैमरा से भी इनपुट मिलता है।