Yes Bank
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
निजी सेक्टर के दिग्गज बैंक येस बैंक (Yes Bank) को अक्टूबर-दिसंबर 2021 तिमाही में बम्पर मुनाफा हुआ है। आज बैंक की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि येस बैंक का मुनाफा सालाना आधार पर करीब 77 फीसदी बढ़कर 266.43 करोड़ रुपए हुआ है।
बैंक ने कहा है कि फंसे हुए कर्जों के प्रोविजन में कमी आने और कर्ज वसूली बढ़ने से उनक मुनाफे में ये भारी उछाल आया है। बैंक को 266 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। हालांकि, पिछली तिमाही कर्ज से मिले ब्याज की कमाई की तुलना की जाएं तो ब्याज (Interest) से कमाई में 31 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं अन्य आय में भी 32 फीसदी की कमी आई है। येस बैंक को ब्याज से कुल कमाई 1,764 करोड़ रुपए और अन्य स्रोत से 734 करोड़ रुपए रही है। बैक का प्रोविजन व आकस्मिक खर्च 82 फीसदी कम होकर 375 करोड़ रुपए रह गया है। बैंक ने 610 करोड़ रुपए की रिकवरी की है।
बता दें कि येस बैंक की मैनेजमेंट स्टेट बैंक आफ इंडिया (State Bank Of India) की अगुवाई में ज्यादा बेहतर हुई है। स्टेट बैंक आॅफ इंडिया ने 2020 में यस बैंक के प्रबंधन का जिम्मा संभाला था।
NPA में भी आई 0.71 प्रतिशत की कमी
ग्रॉस नॉन-परफॉरमिंग एसेट्स की बात की जाएं तो दिसंबर 2021 तिमाही में 14.65 बैंक के एसेट्स की तुलना में ग्रॉस एनपीए फीसदी रहा जबकि यह पिछले साल 2020 की इसी अवधि में 15.36 फीसदी पर था। हालांकि एनपीए 4.04 फीसदी से बढ़कर 5.29 फीसदी पर पहुंच गया।
यस बैंक (Yes Bank) का सकल NPA पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 0.7 फीसदी कम हुआ और कुल कर्ज का 14.7 फीसदी रह गया है। इससे पहले सितंबर तिमाही में यह 15 फीसदी था। वहीं शुद्ध NPA भी पिछली तिमाही के 5.5 फीसदी से घटकर 5.3 फीसदी पर आ गया। लेकिन ब्याज से शुद्ध कमाई सितंबर तिमाही के 2.2 फीसदी के मुकाबले बढ़कर 2.4 फीसदी हो गई है।
Yes Bank के नतीजे शानदार क्यों आए
Yes Bank के नतीजे शानदार आने का मुख्य कारण ग्राहक बताए जा रहे हैं। SBI की अगुवाई में बैंक का प्रबंधन अच्छा हुआ है जिस कारण ग्राहकों का विश्वास फिर से बैंक पर बढ़ा है। इससे वे अपने पैसे बैंक के पास जमा करने लगे। बीती तिमाही बैंक की जमाओं में 26 फीसदी का तगड़ा उछाल आया और कुल जमा बढ़कर 1.84 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। वहीं दिसंबर तिमाही में यस बैंक के कर्ज बांटने और जमा लेने की दर भी बढ़ी है। इस दौरान कर्ज बांटने में पिछले साल के मुकाबले 3.8 फीसदी उछाल आया और कर्ज 1.76 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
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