Cryptocurrency
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में पिछले 1 महीने से गिरावट हो रही है। सबसे ज्यादा गिरावट दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में हुई है। शुक्रवार को हुई गिरावट के बाद एक Bitcoin अभी अपने रिकॉर्ड भाव से करीब 45 फीसदी डिस्काउंट पर मिल रहा है।
शुक्रवार को Bitcoin की कीमत में 12 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई थी। यह जुलाई के बाद से अपने निम्नतम स्तर 36,000 डॉलर यानि कि लगभग 27 लाख रुपए से नीचे आ गई। नवंबर में रिकॉर्ड तेजी के बाद से इसकी कीमत में 45% से अधिक की कमी आई है। नवंबर में बिटकॉइन की कीमत 67,803 डॉलर पर पहुंच गई थी।
6 महीने में इसकी दोगुना हो गई थी लेकिन नवम्बर के बाद से इसमें गिरावट है। सिर्फ Bitcoin ही नहीं, इसके साथ बाकी डिजिटल करेंसी को भी काफी नुकसान हुआ है। Cryptocurrency ईथर और अन्य डिजिटल एसेट्स में भी भारी गिरावट देखने को मिली रही है। इथेरम 15.51 फीसदी की गिरावट के साथ 1.79 लाख रुपए और डॉजक्वाइन 17.86 फीसदी की गिरावट के साथ 9.39 रुपए के भाव पर मिल रहा है।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार के मार्केट कैप (Market Cap) की बात की जाएं तो कुल मार्केट कैप पहली बार नवंबर में 3.1 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया था। अब यह घटकर 1.9 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है। यानि कि इसका मार्केट कैप 75 लाख करोड़ रुपए घट चुका है।
…तो इसलिए गिर रहे Cryptocurrency के भाव
दरअसल, क्रिप्टोकरेंसीज पर फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की नीतियों का प्रभाव पड़ रहा है। मौजूदा वर्ष में फेडरल रिजर्व बाजार से एक्सेस लिक्विडिटी कम करने के लिए बॉन्डों की खरीदारी कम कर सकता है। कम बॉन्ड खरीदने के कारण ब्याज दरों पर बढ़ोतरी हो सकती है। इस कारण निवेशक क्रिप्टोकरेंसी बाजार से अपनी पूंजी निकाल रहे हैं।
बता दें कि भारत सरकार ने Cryptocurrency और रेगुलेशन आफ आफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए लिस्ट किया था। इसे पहले बजट सत्र के लिए भी लिस्ट किया गया था लेकिन इसे फिलहाल इसे टाल दिया गया है। सरकार ने इस पर दोबारा काम करने का फैसला लिया है।
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