इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
Adani Group : उत्तर प्रदेश की आदित्य नाथ योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण की जिम्मेदारी अडानी ग्रुप सहित 2 कंपनियों की मिल गई है।
6 लेन का 594 किमी लंबा यह एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा और उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा। यह परियोजना करीब 36,000 करोड़ रुपए की है।
इसे पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2023 तक है। इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर संजीव मित्तल की अध्यक्षता में गठित कमेटी के सामने गत मंगलवार की देर शाम फाइनेंशियल बिड खोली गई थी।
इस प्रोजेक्ट के लिए 3 कंपनियों ने बोली लगाई थी। इसे 4 ग्रुप में बांटा है। इसमें से 3 को पूरा करने की जिम्मेदारी अडानी ग्रुप को मिली है, जबकि मेरठ से अमरोहा तक का काम आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स को मिला है।
जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा (Adani Group)
इस एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन के अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके दोनों ओर औद्योगिक कारिडोर भी स्थापित किए जाएंगे।
उप्र एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने पूरे प्रोजेक्ट को 12 पैकेज और 4 ग्रुप में बांटा है। औद्योगिक कारिडोर के तहत मेरठ में 152 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है।
किसानों की सहमति के आधार पर जमीन ली जा रही है। सरकार ने इसके लिए एक समिति का गठन किया है। मेरठ से अमरोहा तक 129 किमी के खंड के लिए आईआरबी ने 1,782 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी।
हरदोई से बदायूं के 151 किमी लंबे खंड के लिए अडानी समूह ने 1,950 करोड़ रुपए, हरदोई से उन्नाव तक के 155 किमी खंड के लिए 2,197 करोड़ रुपए और उन्नाव से प्रयागराज तक के 156 किमी लंबे खंड के लिए 2,099 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास कर सकते हैं। Adani Group
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