Airlines Lufthansa Pilot on Strike
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा के पायलट हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते गुरुवार को करीब 800 उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। इतनी भारी मात्रा में उड़ानों के रद्द होने से 1.30 लाख यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा है। फ्लाइट कैंसिल पर आइजीआइ एयरपोर्ट पर यात्रियों ने जमकर हंगामा काटा है। हंगामें की सूचना मिलते ही पुलिस, सीआईएसएफ के जवान और आईजीआई एयरपोर्ट प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियत्रंण में किया। इससे पहले लुफ्थांसा एयरलाइंस के कर्मी हड़लात पर चले गए थे।
यात्री पैसा रिफंड या वैकल्पिक उड़ान की कर रहे थे मांग
आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी ने हंगामें की जानकारी देते हुए कहा रात 12 बजे करीब 150 ज्यादा लोग एयरपोर्ट के डिपार्चर गेट नं. 1 व टर्मिनल नंबर 3 के सामने जमा हो गई। यह सभी लोग लुफ्थांसा की फ्रेंकफर्ट और म्युनिख की उड़ानें कैंसिल होने के कारण जमा हुए थे। यह सभी लोग उड़ान कैंसिल होने की वजह से अपने पैसे रिफंड या फिर वैकल्पिक उड़ान की मांग कर रहे थे। स्थिति को देखते हुए आईजीआई के स्टाफ और सीआईएसएफ के जवानों पहुंच और यात्रियों को समझाया-बुझाया।
नए वेतन की मांग कर रहे पायलट
दरअसल, एयरलाइंस लुफ्थांसा के पायलट कई महीनों में अपनी सैलरी की इजाफे की मांग कर रहे हैं। कंपनी द्वारा मांग नहीं मांगने पर पायलटों ने हड़ताल कर दी,जिसके वजह से सैंकड़ों फ्लाइटों को रद्द करना पड़ा है। हालांकि लुफ्थांसा कंपनी ने 18 महीने की अवधि में दो चरणों में प्रति माह मूल वेतन में कुल 900 यूरो ($901.35) से ज्यादा की वृद्धि की पेशकश की थी और साथ ही कॉकपिट कर्मचारियों को न्यूनतम बेड़े के आकार की गारंटी देने का ऑफर दिया था, लेकिन, पायलट यूनियन ने ऑफर को खारिज कर दिया। पायलट एक नए वेतन मांग कर रहे हैं।
पहले भी कर चुके हैं कर्मी हड़ताल
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर गए हों। इससे पहले ही लॉजिस्टिक एवं टिकटिंग कर्मचारियों भी एक दिन की हड़ताल पर गए थे, जिसकी वजह से 1000 उड़ानों को कैंसिल करना पड़ा था।
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