Announcement Of Monetary Policy
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रिजर्व बैंक आफ इंडिया गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया। इस दौरान लगातार 9वीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने निर्णय लिया गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर स्थित रहेगी जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट और बैंक रेट 4.25 फीसदी रहेगा।
बता दें कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से एक बार फिर से चिंता बढ़ गई है। इस कारण विशेषज्ञ पहले ही अनुमान लगा रहे थे कि RBI दरों को पहले की तरह ही रख सकता है। पिछले साल 2020 में आरबीआई ने मार्च में 0.75 फीसदी और मई में 0.40 फीसदी की कटौती की थी और उसके बाद रेपो रेट 4 फीसदी के ऐतिहासिक निचले स्तर पर लुढ़क गया। इसके बाद से अभी तक आरबीआई ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।
पॉलिसी का एलान करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इकोनॉमी में रिकवरी आ रही है। कोरोना की दूसरी वेव से रुकी रिकवरी में अब बढ़त हुई है। मॉनिटरी कमिटी के लिए 6 में से 5 सदस्य पॉलिसी रुख ‘अकोमोडेटिव’ रखने के पक्ष में थे। डिमांड प्री-कोविड लेवल पर पहुंच गई है।
महंगाई में हो सकती है कमी
आरबीआई के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के बाद इंफ्लेशन में नरमी आएगी। चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही जनवरी-मार्च 2022 में महंगाई शिखर पर हो सकती है। केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2022 के लिए सीपीआई (उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) इंफ्लेशन के 5.3. फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया है।
एक्साइज कटौती से तेल की बढ़ेगी डिमांड
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर VAT और एक्साइज ड्यूटी कम होने से महंगाई दर पर असर पड़ा है। पेट्रोल- डीजल में एक्साइज कटौती से भी डिमांड को बूस्ट मिलेगा। प्राइवेट कंजम्प्शन अभी भी प्री कोविड स्तर से नीचे इसलिए डिमांड को बढ़ाना जरूरी है।
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