ATF Prices Cut by 12 Percent
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। अगस्त माह शुरू होते ही पहले दिन सोमवार को केंद्र सरकार ने दो चीजों से जतना को राहत दिलाई। पहला कॉर्मिशयल एलपीजी सिलेंडर के दाम कम किये और दूसरा जेट फ्यूल (ATF) की कीमतों भारी कटौती की। केंद्र सरकार ने एक बार जेट फ्यूल (ATF) की कीमतों कटौती की है। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने से सरकार ने जेट फ्यूल यानी एटीएफ के दामों 12 फीसदी की भारी कटौती है। इससे पहले जुलाई के एक पखवाड़े में देश में एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) के दाम कम किये गए थे। 1 अगस्त (आज) को हुई एटीएफ के दामों कटौती से ऐसा अनुमान लगया जा रहा है कि आने वाले दिनों फ्लाइट टिकट दाम कम होंगे।
1.21 लाख प्रति किलोलीटर पहुंचा एटीएफ
देश की तेल कंपनियों ने एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) के दामों में 11.75 प्रतिशत की दमदार कटौती की गई है। इस कटौती के बाद से अब राजधानी दिल्ली में एटीएफ की कीमत में 16,232.36 रुपये प्रति किलोलीटर कम होकर 121,915.57 रुपये प्रति किलोलीटर पर आ गई है। वहीं, कोलकाता में एटीएफ की कीमत 1,28,425.21 रुपये, मुंबई में 1,20,875.86 रुपये और चेन्नई में 126516.29 रुपये प्रति किलोलीटर रह गई है।
16 जुलाई को दामों में हुआ था परिवर्तन
इससे पहले 16 जुलाई को लंबे अंतराल के बाद तेल कंपनियों ने एटीएफ के दामों में 2.2 प्रतिशत की कटौती की थी। पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के मुताबिक, तब एटीएफ के दाम 3,084.94 रुपये प्रति किलोलीटर कम होकर 1,38,147.93 रुपये प्रति किलोलीटर पर आ गए थे,जबकि इससे पहले जून महीने में इसके दाम 1,41,232.87 रुपये प्रति किलोलीटर पर थे। आपको बता दें कि एटीएफ के दाम पिछले पखवाड़े अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों के आधार पर हर महीने की 1 और 16 तारीख को संशोधित किए जाते हैं।
अब तक 10 बार बढ़ चुके दाम
साल 2022 की शुरुआत से लेकर अब तक हवाई ईंधन के दामों में 10 बार बढ़ोतरी की जा चुकी है। हालांकि इस बीच, तीन बार इसके दाम कम किये जा चुके हैं। आज यानी 1 अगस्त को एटीएफ के दाम 12 फीसदी कम किये गये हैं। इससे पहले 16 जुलाई को 2.2 प्रतिशत और 1 जून को 1.3 फीसदी दम कम किये जा चुके हैं।
मर्चा 2022 में सबसे ज्यादा बढ़े दाम
दरअसल, हवाई जहाज के संचालन में 40 फीसदी जेट फ्यूल के खर्च की हिस्सेदारी आती है। ऐसे में अगर इनकी कीमतों में जरा भी परिवर्तन होता है तो इसका सीधा असर यात्रियों के किराये पर दिखाई पड़ता है। आपको बता दें कि इस साल 16 मार्च को विमान ईंधन की कीमतों में सबसे अधिक इजाफा किया गया था। उस दौरान 18.3 फीसदी कीमतें बढ़ी थी। उसके बाद से 1 अप्रैल को 2 फीसदी, 16 अप्रैल को 0.2 फीसदी और 1 मई को 3.22 फीसदी दामों में बढ़ोतरी हुई थी।
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