Best Term Insurance Plan In India
इंडिया न्यूज, अम्बाला:
टर्म इंश्योरेंस प्लान में पॉलिसीधारक को पूर्व-निर्धारित अवधि के लिए बीमा कवरेज प्राप्त करने के लिए एक विशिष्ट प्रीमियम राशि का भुगतान करना होता है। यदि इस अवधि के दौरान पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उनके लाभार्थियों को बीमा राशि मिल जाएगी। यदि वे जीवित रहते हैं, तो पॉलिसीधारक को कोई मैच्युरिटी/सर्वाइवल (जीवित रहने पर) लाभ का भुगतान नहीं किया जाता है।
इंश्योरेंस लेने की जितनी अहमियत है, उतना बड़ा फाइनेंशियल कमिटमेंट भी है। 2020 में कोरोना महामारी के बाद से लोगों में इंश्योरेंस के बारे में जानने की रुचि ज्यादा बढ़ गई है। इनमें से एक है टर्म लाइफ इंश्योरेंस। जहां इंश्योरेंस जरूरत के समय काम आ सकता है, वहीं आपकी एक गलती भारी पड़ सकती है। इसलिए खरीदने से पहले कुछ बातों का रखें ख्याल।
- पॉलिसी लेने से पहले आपको पता करना चाहिए की पिछले साल कंपनी ने कितना प्रतिशत इंश्योरेंस क्लेम का निपटारा किया है। इस प्रक्रिया को क्लेम सेटलमेंट रेशियो कहते हैं, जिस कंपनी का ये रेशियो अच्छा हो उसी कंपनी से पॉलिसी खरीदें।
- टर्म इंश्योरेंस का कवर आपकी आय से मिनिमम 10 गुना होना चाहिए। आपको सम अश्योर्ड का अनुमान लगाने के लिए अपनी इनकम, खर्चों एवं भविष्य की प्लानिंग सभी को ध्यान में रखना चाहिए।
- पॉलिसी लेते समय हमेशा अपनी सही जानकारी कंपनी को दें, अपनी मेडिकल हिस्ट्री छुपाएं नहीं।
- आय-व्यय का सही आकलन करें।
- कंपनी के पुराने क्लेम निपटान का औसत।
- बेनेफिट्स ऐड आन करने से पहले हो पूरी जानकारी लेनी चाहिए। इसके अलावा ऐड-आन बेनेफिट्स भी बीमा के साथ दिये जाते हैं लेकिन इन्हें अच्छी तरह समझें और जरूरत महसूस होने पर ही इन्हें लें। ये ऐड आन बेनिफिट्स प्रीमियम की राशि को महंगा बनाते हैं।
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