Cement Export From Nepal
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। भारत और नेपाल के बीच दो मुल्कों की दोस्ती किसी से छिपी नहीं हैं। अधिकांश समय देखा गया है कि नेपाल भारत के अपनी जरुरतों की चीजों का निर्यात करता है, जिससे की दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों और मजबूत हो, लेकिन भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा कि नेपाल से सीमेंट आया हो। भारत पड़ोसी देश नेपाल को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए अब नेपाल से भी सीमेंट निर्यात करना शुरू कर चुका है और यह भारत के इतिहास में ऐसा पहली मर्तबा हुआ है कि यहां से सीमेंट देश में आया हो। पहली खेप नेपाल बॉर्डर से जुड़े उत्तर प्रदेश राज्य के जरिये भारत आ चुकी है।
Nepal exports Cement to India: Palpa Cement has officially started exporting Cement to India from Today after Nepal Government made conditions favorable during the budget. Nepal has huge potential to export cement and this is a good start. pic.twitter.com/N7qpoWWq3Z
— Routine of Nepal banda (@RONBupdates) July 8, 2022
इस वहजों से शुरू हुआ निर्यात
8 जुलाई, 2022 को नेपाल के नवलपरासी जिले में पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज ने 3 हजार बोरी की सीमेंट के पहली खेप उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे सुनौली चेक पोस्ट में आ चुकी है। पल्पा ने गुणवत्ता मानकों की जांच समेत सारी सरकारी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सीमेंट निर्यात शुरु किया है। इस शुरुआत के साथ ही नेपाल की पांच और सीमेंट कंपनियों भारत में सीमेंट निर्यात को लेकर उत्साहित हैं। दरअसल, नेपाल सरकार ने सीमेंट उद्योग का बढ़ावा देने के लिए इसमें 8 फीसदी की सब्सिडी देने की घोषणा की है, जिसके चलते भारत में पहली बार पल्पा सीमेंट इंडस्ट्रीज ने सीमेंट का निर्यात किया है और अन्य कारोबारी भी निर्यात को लेकर उत्साहित हैं।
भारत से निर्ताय शुरू होने पर देश की अर्थव्यवस्था को मिलेगी गाति
नेपाल सीमेंट उद्योग का बहुत बड़ा बाजार है, लेकिन उसके बावजूद यह काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है। हालांकि नेपाल सरकारी ने सीमेंट उद्योग में सब्सिडी देकर इस उद्योग को उदासीनता से निकालने का काम किया है। इस पर नवलपरासी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष केशव भंडारी का कहना है कि सरकारी सब्सिडी के साथ भारत को सीमेंट का निर्यात देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में मदद करेगा। पल्पा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक शेखर अग्रवाल ने कहा कि भारत को निर्यात के बाद अब नेपाली सीमेंट अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। नवलपरासी संयंत्र में हर दिन 1800 टन क्लिंकर और 3 हजार टन सीमेंट का उत्पादन करने की क्षमता है।
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