इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Chief Economic Advisor: भारत सरकार अपने नए मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) की खोज शुरु कर दी है। बहुत जल्द सरकार अपना मुख्य आर्थिक सलाहाकर घोषणा कर देगी। कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहाकर का पद छोड़ने के बाद यह पर रिक्त हो गया है। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी से पता चला है कि सरकार बहुत जल्द इस पद पर महिला के नाम की घोषणा कर सकती है। अगर सरकार किसी महिला को इस पद पर चुनती है तो देश में ऐसा पहली बार होगा कि कोई महिला मुख्य आर्थिक सलाहकार बनी है।
हालांकि अभी तक देश के CEA कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम थे। वह इस पद पर तीन पहले आई थे। मंगलवार को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है। कार्यकाल पूरा होने के बाद देश की पूर्व सीईए सुब्रमण्यम वापस से एजुकेशन के फील्ड में जाने का फैसला किया है। आज ( 7 दिसंबर) को वह भारत सरकार के सीईए पद छोड़ देंगे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है उनके पद छोड़ने के बाद सरकार इस पद के लिए किसी महिला अर्थशास्त्री को ही नियुक्त कर सकती है।
वहीं, सीईए पद की नियुक्त के लिए केंद्र सरकार तीन महिला अर्थशास्त्रियों के नाम पर विचार कर रही है, जिनके नाम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की प्रो. डॉ. पमी दुआ और नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) की महानिदेशक पूनम गुप्ता हैं। सरकार शायद इन्ही में से कोई एक को भारत का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त करे।
आखिर कौन है यह तीन महिलाएं, जो भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार पद की दौड़ में शामिल हैं। इससे पहल यह तीनों महिलाएं क्या थीं और कौन-कौन से अहम पद पर अपनी जिम्मेदारियां निभा चुकी हैं? चलिए जानते हैं इनके बार में।
सबसे पहले बात करते हैं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ की Chief Economic Advisor
मौदूजा समय गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (IMF) की चीफ इकोनॉमिस्ट हैं। वह भारतीय मूल की अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं। उनका कार्यकाल जनवरी में समाप्त होने वाला लेकिन उससे पहले IMF अपना अगला फर्स्ट डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर बनाने की घोषणा कर दी। उन्होंने वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स दोनों से एमए की डिग्री के बाद 2001 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमी में पीएचडी की पढ़ाई की। साल 2011 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने गीता को यंग ग्लोबल लीडर भी चुना।
दूसरा नाम- डॉ. पमी दुआ Chief Economic Advisor
डॉ. पमी दुआ ने अपनी पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है। डॉ. दुआ भारत की सबसे सम्मानित मैक्रोइकोनॉमिक्स प्रोफेसरों में से एक है। साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने चार वर्ष के लिए आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का सदस्य नियुक्त किया था। वह इस समिति में पहली महिला सदस्य थीं।
तीसरा नाम- पूनम गुप्ता Chief Economic Advisor
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद में तीन महिलाओं में से एक नामक पूनम गुप्ता का भी है। पूनम ने ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और मैरीलैंड विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, वॉशिंगटन डीसी में एक इकोनॉमिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। वह IMF में इकोनॉमिस्ट के तौर पर काम भी चुकी है। वर्तमान में वे प्रधानमंत्री की पुनर्गठित आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य हैं। इससे पहले वहनेशनल इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी में आरबीआई की चेयर प्रोफेसर रह चुकी हैं।
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