Cryptocurrency Exchange
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
देश में काले कुबेरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। ताजा जानकारी के मुताबिक डायरेक्टरेट जनरल आॅफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) ने देश की कुछ बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर छापेमारी की है। इस दौरान DGGI को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का पता चला है। टैक्स चोरी के अंदेशे को लेकर महानिदेशालय ने शनिवार को इन कंपनियों के दफ्तरों और परिसरों पर छापे मारे हैं।
जानकारी के मुताबिक DGGI ने क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों के करीब आधा दर्जन दफ्तरों पर छापे मारे हैं। इस दौरान बड़े लेवल पर टैक्स चोरी पकड़ी गई है। ये सर्विस प्रोवाइडर्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म की सुविधा देते हैं। जहां ट्रेडर्स, मर्चेंट और आम लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
WazirX के दफ्तरों पर छापा
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सर्विस प्रोवाइडर कंपनी वसीरएक्स के परिसरों पर DGGI ने छापे मारे हैं। जीएसटी विभाग की मुंबई टीम जब WazirX की कारोबारी गतिविधियों की जांच कर रही थी, तब उसने 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी थी।
जांच एजेंसी ने कहा था कि जुर्माना और ब्याज के रूप में उसने कंपनी से कुल 49.20 करोड़ रुपए की वसूली की है। WazirX के अलावा कॉनस्विच कुबेर, कॉइन DCX, वाययूकॉइन और यूनोकॉइन जैसे ब्रांड नाम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियों की भी जांच चल रही है।
RBI चाहता है पूर्णत: बैन हो क्रिप्टो
बता दें कि केंद्रीय बैंक RBI बिल्कुल भी क्रिप्टो के पक्ष में नहीं है। दिसंबर में RBI की बैठक में रिजर्व बैंक ने बोर्ड से कहा था कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन लगा देना चाहिए। इससे पहले, सरकार ने भी संसद के मौजूदा सत्र में क्रिप्टोकरंसी के रेगुलेशन के लिए बिल लाने की तैयारी की थी, हालांकि वह फिलहाल टल गया है।
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