Discount On Crude Oil
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
रूस और यूक्रेन में जारी लड़ाई के कारण क्रूड आयल प्रतिदिन नए रिकार्ड बना रहा है। आज क्रूड आयल का भाव (Crude Oil Prices) 130 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया है जिससे सभी चिंतित है। इसी बीच रूस की तेल कंपनियां भारत को भारी छूट पर कच्चा तेल देने को तैयार हैं बशर्ते भुगतान स्विफ्ट के बजाय किसी और व्यवस्था से हो।
दरअसल, रूस के आक्रामक रवैये के कारण यूरोपीय संघ और अमेरिका ने रूस के कारोबार तथा व्यापार पर तमाम सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं। इससे रूस की तेल कंपनियां भी काफी परेशान है। इसी कारण वे भारत को सस्ते में कच्चा तेल देने को तैयार हैं।
25 से 27 फीसदी की छूट
बताया गया है कि रूस की तेल कंपनियों ने मौजूदा भाव के मुकाबले 25 से 27 फीसदी कम दाम पर कच्चा तेल देने की पेशकश की है। फिलाहल रूस की सरकारी तेल कंपनी रोसनेफ्थ भारत को कच्चा तेल देती है। पिछले साल दिसंबर में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान रोसनेफ्थ और इंडियन आॅयल कॉपोर्रेशन ने 2022 के अंत तक 20 लाख टन तेल की आपूर्ति का करार किया था।
एशिया से तेल आयात पर निर्भरता घटाने के प्रयास के तहत भारत रूस और अमेरिका से कच्चा तेल आयात करने पर जोर दे रहा है। बताया गया है कि रूस की तेल कंपनियों की कीमतों में भारी छूट की पेशकश आकर्षक है। हालांकि अभी इसका कोई संकेत नहीं दिया गया है कि भुगतान किस तरह किया जाएगा।
स्विफ्ट फैक्टर एक अहम पहलू
एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस की प्रमुख कंपनी ने प्रतिबंध से ठीक पहले की तारीख के भाव से 11.60 डॉलर प्रति बैरल कम भाव पर कच्चे तेल की आपूर्ति का प्रस्ताव दिया है। हालांकि अभी तक खरीदारों ने बोली नहीं लगाई है क्योंकि संभावित प्रतिबंध की आशंका से वे कारोबार करने से परहेज कर रहे हैं।
भारतीय बैंकों ने पश्चिमी देशों द्वारा स्विफ्ट पर लगी पाबंदी के उल्लंघन के डर से रूस को धन भेजना बंद कर दिया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस के कई बैंकों को स्विफ्ट से बाहर कर दिया है।
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