Friday, April 18, 2025
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चुनावी समर के बीच रेपो रेट न बढने की उम्मीद, रियल एस्‍टेट सेक्‍टर को मिलेगी राहत

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केंद्रीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली बैठक बुधवार से शुरू हो गई है। बैठक के आखिरी दिन यानी 5 अप्रैल को आरबीआई रेपो रेट पर ऐलान करेगी। उम्मीद है कि रेपो रेट लगातार छठी बार 6.5 पर फ्रीज रह सकता है। इस बीच लंबे समय से आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती नहीं किए जाने से रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े दिग्गजों ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी है और उम्मीद जताई है कि डेवलपर्स और होम बॉयर्स को ध्यान में रखते हुए आरबीआई रेपो रेट को स्थिर रखेगा।

सभी की निगाहें 5 अप्रैल को भारतीय रिजर्व बैंक की होने वाली मौद्रिक नीति समिति की घोषणा पर टिकी हैं। हालांकि, इस बार भी पहले की तरह रेपो रेट में कटौती की संभावना काफी कम है। इसके पहले वित्तीय वर्ष 2024 की अंतिम बैठक में मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट में लगातार छठी बार कोई बदलाव नहीं किया था और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया गया था।

क्या कहते हैं रियल एस्टेट के दिग्गज

क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष और गौड़ ग्रुप के सीएमडी मनोज गौड़ ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रही है। भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर विशेष रूप से लक्जरी और मिड सेगमेंट भी बेहतर कर रही है। वर्ष 2024 की पहली तिमाही में नए लॉन्च हुए लक्जरी घरों की 34 फीसदी हिस्सेदारी की हालिया रिपोर्ट भी अत्यधिक उत्साहजनक है। हमें खुशी होगी कि अगर आरबीआई रेपो दर को अपरिवर्तित रखने के अपने पहले के फैसले को जारी रखती है। वहीं, किफायती आवास सेगमेंट की हिस्सेदारी में जारी गिरावट चिंता का विषय है। यह अच्छा होगा यदि आरबीआई किसी ऐसे कदम पर विचार करे जिससे इस क्षेत्र में नई जान फूंकी जा सके और देश के अपने घर के सपने को पूरा किया जा सके।

मिगसन ग्रुप के निदेशक यश मिगलानी ने कहा, रेपो रेट फरवरी 2023 से 6.5 प्रतिशत के उच्चस्तर पर बनी हुई है। देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत है और महंगाई नियंत्रण में है। उम्मीद है कि आरबीआई रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करेगी और होम बॉयर्स और डेवलपर्स को ध्यान में रखते हुए ही कोई फैसला करेगी।

एसकेए ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि पिछले एक साल से रिजर्व बैंक ने लगातार रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। यह अर्थव्यवस्था के प्रति आरबीआई के भरोसे का प्रतीक है। इस बार भी उम्मीद है कि आरबीआई रेपो दर को स्थिर रखेगा। इससे संभावित घर खरीदारों को सीधा लाभ होगा। रेपो रेट यथावत रहने से साल 2023 रियल एस्टेट के लिए बेहतर रहा।

अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल ने कहा कि पिछली कई बार की घोषणाओं में आरबीआई ने रेपो दरों को यथावत रखा है, जो रियल एस्टेट कंपनियों और होम बॉयर्स के लिए सकारात्मक रुख का संकेत देता है। हम इस बैठक के बाद भी केंद्रीय बैंक की ओर से रेपो दर बरकरार रहने की उम्मीद कर रहे हैं।

काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी ने कहा, रियल एस्टेट सेक्टर एक बार फिर से रेपो दर में यथास्थिति बनाए रखने की उम्मीद कर रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति रेपो दर को अपरिवर्तित रखेगी। इससे रियल एस्टेट क्षेत्र को अपनी मौजूदा गति बनाए रखने में मदद मिलेगी। निश्चित रूप से डेवलपर्स, होम बॉयर्स और वित्तीय संस्थानों सहित सभी संबद्ध पक्षों को लाभ होगा।

रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा के अनुसार, वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन कर रही है और पिछला साल रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भी बेहद अच्छा रहा। इसलिए, हमें खुशी होगी यदि आरबीआई 5 अप्रैल की बैठक में रेपो रेट पर यथास्थिति बनाए रखने का फैसला करता है। बॉयर्स किसी न किसी रूप में राहत की तलाश में है। यदि आरबीआई रेपो रेट को यथावत रखता है तो यह मध्यम वर्ग को अपने आवास के सपनों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बेहद सकारात्मक कदम होगा।

ग्रुप 108 के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अमिष भूटानी का कहना है कि पिछले साल रेपो रेट का न बढ़ना रियल एस्टेट और अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक रहा। यदि इस बार भी रेपो दर नहीं बढ़ती तो इसे आरबीआई का रियल एस्टेट सेक्टर के प्रति बदलता बेहतर दृष्टिकोण माना जा सकता है। उच्च ईएमआई और ब्याज दरों से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद यह निर्णय घर खरीदारों और निवेशकों के विश्वास को मजबूत करेगा। उम्मीद है कि इस बार भी ब्याज दरें स्थिर रहेंगी और रियल एस्टेट क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी।

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