FICCI Reduced Growth Rate
इंडिया न्यूज,नई दिल्ली। जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितताओं की वजह से कई देश-विदेशी एजेंसियों ने भारत की आर्थिक ग्रोथ में कटौती की है। शुक्रवार को इंडस्ट्री चैंबर फिक्की (FICCI) ने भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को घटाया है। फिक्की ने चालू वित्त वर्ष (FY23) के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। इससे पहले यह अनुमान 7.4 फीसदी था। इस संदर्भ में फिक्की ने इकोनॉमिक आउटलूक सर्वे (जुलाई 2022) जारी किया है।
आरबीआई बढ़ा सकती रेपो रेट
इस इकोनॉमिक आउटलूक सर्वे में फिक्की ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक चालू वित्त वर्ष के अंत तक नीतिगत दर में इजाफा कर सकता है। अभी आरबीआई की रेपो रेट 4.9 फीसदी है, जिसे बढ़कर 5.65 फीसदी कर सकता है। फिक्की ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अधिकतम 7.3 फीसदी की दर से बढ़ सकती है,जबकि न्यूनतम वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने की अनुमान है।
सर्वेक्षण में यह लोग हुए शामिल
आपको बता दें कि यह सर्वेक्षण जून में किया गया था। इस सर्वेक्षण में इंडस्ट्री, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख अर्थशास्त्रियों को शामिल किया गया था। उसके बाद फिक्की ने वित्त वर्ष 2022-23 में देश की जीडीपी की वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। इससे पहले फिक्की ने अप्रैल 2022 के सर्वेक्षण में 7.4 फीसदी की आर्थिक वृद्धि का अनुमान लगाया था।
एडीबी ने भी घटाया जीडीपी ग्रोथ रेट
इससे पहले एशियाई विकास बैंक यानी एडीबी (Asian Development Bank) ने भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान को घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया है। उसके पहले अप्रैल में एडीबी ने जीडीपी की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।